'एक भी वोटर का नाम कटा तो...', बंगाल में SIR को लेकर TMC ने चुनाव आयोग को फिर दी धमकी
पश्चिम बंगाल में मतदाता सूची के विशेष पुनरीक्षण (एसआईआर) को लेकर तृणमूल कांग्रेस के नेता लगातार धमकी भरे बयान दे रहे हैं। कुणाल घोष ने कहा कि एक भी मतदाता का नाम काटा गया तो दिल्ली में चुनाव आयोग के सामने प्रदर्शन होगा। पार्थ भौमिक ने हिंसा की चेतावनी दी और ममता बनर्जी ने सीईओ को धमकाया। भाजपा ने अपने नेताओं को बयानबाजी से बचने की सलाह दी है।

चुनाव आयोग के कार्यालय के सामने विरोध-प्रदर्शन की चेतावनी (फाइल फोटो)
राज्य ब्यूरो, जागरण, कोलकाता। बंगाल में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) को लेकर तृणमूल कांग्रेस नेताओं के धमकी भरे बयान जारी हैं। अब पार्टी के प्रदेश महासचिव व प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा कि बंगाल में एसआईआर की प्रक्रिया के तहत अगर एक भी मतदाता का नाम काटा गया तो एक लाख लोगों को साथ लेकर दिल्ली में केंद्रीय चुनाव आयोग के कार्यालय के सामने विरोध-प्रदर्शन किया जाएगा।
मालूम हो कि इससे पहले एसआईआर को लेकर तृणमूल सांसद पार्थ भौमिक ने धमकी भरा बयान देते हुए कहा था कि मतदाता सूची से एक भी वैध मतदाता का नाम हटाया गया तो राज्य में हिंसा होगी। ममता बनर्जी व अभिषेक बनर्जी के नेतृत्व में राज्य उबल पड़ेगा। भौमिक ने लोगों से मतदाता सूची से उनका नाम हटने पर भाजपा नेताओं का घेराव करने को कहा था।
ममता ने भी दी थी धमकी
मालूम हो कि मुख्यमंत्री व तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी भी एसआईआर को लेकर राज्य के मुख्य चुनाव अधिकारी (सीईओ) मनोज अग्रवाल को धमका चुकी हैं। उन्होंने सीईओ पर सार्वजनिक रूप से भ्रष्टाचार में शामिल होने का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की ओर इशारा किया था।
चुनाव आयोग सीईओ को इस तरह धमकाए जाने पर कड़ी नाराजगी जाहिर कर चुका है। तृणमूल नेताओं की बयानबाजी से उलट भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने अपने प्रदेश नेताओं को एसआइआर पर बयानबाजी करने से मना किया है। उसका मानना है कि तृणमूल नेता बयानों को तोड़-मरोड़कर पेश कर सकते हैं, जिससे गलत संदेश जा सकता है।
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