तमिलनाडु में महिला के साथ बिहार के तीन मजदूरों ने किया गैंगरेप, पति के सामने दिया वारदात को अंजाम
ओडिशा से तमिलनाडु काम की तलाश में अपने पति और बच्चे के साथ गई महिला के साथ बिहार के रहने वाले तीन मजदूरों ने यौन उत्पीड़न किया। महिला अपने पति और बच्चे के साथ वापस ओडिशा आ रही थी तभी आरोपियों ने बहला फुसलाकर अपने कमरे में ले गए और चाकू की नोक पर महिला के साथ गलत काम किया।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। ओडिशा की एक महिला मजदूर के कथित यौन उत्पीड़न के आरोप में बिहार के तीन प्रवासी मजदूरों को तमिलनाडु के तिरुपुर में गिरफ्तार किया गया है। पुलिस के अनुसार, कथित अपराधियों की 17 फरवरी की रात को तिरुपुर रेलवे स्टेशन पर पीड़िता, उसके पति और उनके बच्चे से मुलाकात हुई थी।
बताया जा रहा है कि, ये परिवार वापस ओडिशा लौट रहा था क्योंकि कोयंबटूर में उन्हें उनके पसंद का काम नहीं मिल रहा था। बिहार के रहने वाले तीन मजदूरों ने इस परिवार को अपनी बातों में फंसा लिया और जिस कारखाने में वो लोग नौकरी करते हैं वहां काम दिलवाने का वादा करके महिला, उसके पति और बच्चे को अपने साथ अपने कमरे में ले गए।
चाकू की नोक पर आरोपियों ने घटना को दिया अंजाम
पुलिस का कहना है कि रात में आरोपियों ने चाकू की नोक पर महिला का यौन उत्पीड़न किया और दंपति को घटना के बारे में किसी को बताने पर गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी।
तिरुपुर पुलिस ने प्रारंभिक जांच के बाद तीनों को गिरफ्तार कर लिया है और उन पर बलात्कार का आरोप लगाया है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया, "हमने पीड़िता को मेडिकल जांच के लिए भेजा है और जांच जारी है।"
तमिलनाडु में बढ़ रही है महिलाओं के प्रति अपराध
तमिलनाडु में पिछले कुछ समय से यौन अपराधों में तेजी देखी जा रही है। जबकि सत्तारूढ़ द्रमुक का दावा है कि इनमें से सभी मामलों में आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है और मुकदमे में तेजी लाई गई है। हालांकि, विपक्ष ने इसे महिलाओं की सुरक्षा, कानून और व्यवस्था में गिरावट का स्पष्ट संकेत बताया है।
इस मामले के विरोध में प्रमुख विपक्षी दल अन्नाद्रमुक सड़कों पर उतरी और स्कूलों और कॉलेजों में यौन अपराधों में वृद्धि का विरोध किया, जिसमें कुछ मामलों में शिक्षकों को कथित अपराधी बताया गया।
पीएमके प्रमुख डॉ एस रामदास ने कहा, "तमिलनाडु में हर दिन महिलाओं के खिलाफ यौन हिंसा की घटनाएं सामने आ रही है। पुलिस और शासकों को कब एहसास होगा कि उनका प्राथमिक काम गिरफ्तारी के बारे में दावा करने के बजाय ऐसे अपराधों को रोकना है?"
डीएमके नेता और राज्य के कानून मंत्री सेवुगन रेगुपति ने कहा, "हमारे शासन में इन अपराधों की रिपोर्ट करने के लिए पीड़ित आश्वस्त और साहसी हैं, पहले के एआईएडीएमके शासन के विपरीत, जब पोलाची यौन शोषण मामले में बचे लोग शिकायत दर्ज करने से डरते थे और एफआईआर केवल दो सप्ताह के बाद दर्ज की जाती थी।"
लगातार सामने आ रही महिलाओं के साथ होने वाली घटनाएं
- दिसंबर में चेन्नई के अन्ना विश्वविद्यालय परिसर में एक महिला छात्र का यौन उत्पीड़न किया गया था।
- कृष्णागिरी में तीन शिक्षकों को एक छात्रा के यौन उत्पीड़न के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।
- सेलम में ग्यारहवीं कक्षा के तीन लड़कों को कैंपस में अपने जूनियर के साथ कथित यौन उत्पीड़न और दुर्व्यवहार के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
- कोयंबटूर में एक नाबालिग लड़की के कथित यौन उत्पीड़न के आरोप में सात कॉलेज छात्रों को गिरफ्तार किया गया था।
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