उद्योगपति मुकेश अंबानी को धमकी देने वाला 20 अगस्त तक हिरासत में, हर एंगल की जांच करेगी मुंबई पुलिस
पुलिस ने सोमवार को ही पेशे से आभूषण व्यवसायी 56 वर्षीय भौमिक को गिरफ्तार कर लिया था। मंगलवार को पुलिस ने अदालत को बताया कि आरोपित आदतन अपराधी प्रतीत ह ...और पढ़ें

राज्य ब्यूरो, मुंबई। रिलायंस समूह के चेयरमैन मुकेश अंबानी को तीन घंटे में खत्म करने की धमकी देनेवाले विष्णु विदु भौमिक को अतिरिक्त मुख्य महानगरीय दंडाधिकारी ने 20 अगस्त तक पुलिस हिरासत में भेज दिया है। भौमिक ने सोमवार को हरकिशनदास रिलायंस फाउंडेशन अस्पताल में फोन करके मुकेश अंबानी एवं उनके परिवार को जान से मारने की धमकी दी थी।
पुलिस ने सोमवार को ही पेशे से आभूषण व्यवसायी 56 वर्षीय भौमिक को गिरफ्तार कर लिया था। मंगलवार को उसे अवकाशकालीन अदालत में पेश किया गया। पुलिस ने अदालत को बताया कि आरोपित आदतन अपराधी प्रतीत होता है। उससे इसलिए पूछताछ करनी जरूरी है कि इस मामले में कहीं कोई और तो शामिल नहीं है। पुलिस ने अदालत को बताया कि विष्णु भौमिक ने सोमवार को सुबह 10.30 बजे हरकिशनदास रिलायंस फाउंडेशन अस्पताल में एक ही फोन से नौ फोन किए और मुकेश अंबानी एवं उनके परिवार को खत्म करने की धमकी दी थी।
अस्पताल प्रशासन द्वारा इस बात की सूचना डी.बी.मार्ग पुलिस को दिए जाने के बाद पुलिस ने आईपीसी की धारा 506 (2) के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी और विष्णु भौमिक को गिरफ्तार कर लिया गया था। आज भौमिक को पुलिस हिरासत में भेजे जाने का विरोध करते हुए उसके वकील विजय कुमार माने ने कहा कि उनका मुवक्किल सीधे इस मामले से संबद्ध नहीं है। उसने एक निजी अस्पताल को फोन किया था, न कि मुकेश अंबानी को।
वकील ने अदालत से कहा कि आरोपी मानसिक रूप से बीमार है। इसके लिए अस्पताल का 2021 में प्रमाण पत्र दिया गया है। उसका किसी आतंकी संगठन से कोई संबंध नहीं है और उसने मुकेश अंबानी को सीधे तौर पर धमकी नहीं दी है। सार्वजनिक रूप से उपलब्ध नंबर पर कॉल किया। उन्होंने अदालत से उनकी चिकित्सा स्थिति पर विचार करने और उन्हें न्यायिक हिरासत में भेजने का भी आग्रह किया।
हालांकि, मुंबई पुलिस की ओर से पेश हुए अभियोजन पक्ष के वकील ने कहा कि, अगर वह मानसिक रूप से बीमार है तो वह 40 मिनट के अंतराल में 9 काल कैसे कर सकता है? और यह पुलिस के लिए एक गंभीर चिंता का विषय है कि वह हर एंगल को सत्यापित करे। बचाव पक्ष ने आरोपी के खिलाफ पहले के इसी तरह के मामलों को भी उजागर किया। उसके सामने पूरी तरह से जांच की जाए।
आरोपी ने अफजल गुरु के नाम का इस्तेमाल क्यों किया, इस पर पुलिस अधिकारियों ने चिंता जताई। 2001 के संसद हमले में दोषी आतंकी अफजल गुरु को 2013 में फांसी दी गई थी। पुलिस विभाग के सूत्रों ने कहा कि जब आरोपी से अफजल के नाम का इस्तेमाल करने के बारे में पूछा गया तो वह अलग-अलग जवाब दे रहा है। पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि कभी-कभी ऐसा लगता है कि दोषी आतंकवादी के प्रति सहानुभूति है और कभी-कभी वह उसके खिलाफ बात करता था जो अफजल गुरु के प्रति उसका गुस्सा दिखाता है। हमें उसकी हिरासत मिल गई है और उद्योगपति मुकेश अंबानी को दी गई जान की धमकी के मकसद को देखने के लिए सब कुछ पता लगाया जाएगा।

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