'ये नया भारत है, जो आज अपनी सुरक्षा चुनौतियों का मुकाबला कर सकता है'- युगांडा में गरजे एस जयशंकर
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने युगांडा में कहा कि देश अब एक नया भारत बनकर उभरा है। आज के समय में भारत अपने सीमा पर आने वाली सभी चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि सीमा पार आतंकवाद में लिप्त तत्व इस बात को जानते हैं।

कंपाला, पीटीआई। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा है कि जो ताकतें दशकों से भारत के खिलाफ सीमा पार आतंकवाद में लिप्त हैं, वे अब जानती हैं कि यह एक "अलग भारत" है, जो अब उन्हें हर चीज का जवाब देगा। युगांडा में भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए विदेश मंत्री ने यह बात कही।
'यह नया भारत है'
युगांडा में बुधवार को भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए जयशंकर ने देश को नए भारत में बदलने की बात कही। भारत की सीमाओं पर सामने आने वाली चुनौतियों के बारे में बोलते हुए, जयशंकर ने कहा, "आज, लोग एक अलग भारत देखते हैं, जो लड़ने को तैयार है और भारत जो हर तरह से राष्ट्रीय सुरक्षा चुनौतियों का सामना करेगा, चाहे वह उरी हो या बालाकोट हो।"
'सभी नए भारत को पहचान चुके हैं'
एस जयशंकर ने 2016 में पाकिस्तान से जैश-ए-मोहम्मद के उग्रवादियों द्वारा भारतीय सेना के ब्रिगेड मुख्यालय पर किए गए उरी हमले और पाकिस्तान के बालाकोट में भारतीय युद्धक विमानों द्वारा आतंकवादी प्रशिक्षण शिविर पर किए गए 2019 के बालाकोट हवाई हमले का जिक्र किया।
उन्होंने कहा, "आज जो ताकतें दशकों तक भारत के खिलाफ सीमा पार आतंकवाद में लिप्त रहीं और जिसे भारत ने सहन किया, वे अब जानते हैं कि यह एक अलग भारत है और यह भारत उनके हर हरकत का बराबर जवाब देगा।"
चीन ने किया समझौतों का उल्लंघन
उन्होंने चीन से लगी सीमा पर चुनौतियों के बारे में भी बताया। उन्होंने कहा,"पिछले तीन साल से समझौतों का उल्लंघन करते हुए चीन बड़ी संख्या में सीमा पर बल लेकर आया है।" उन्होंने कहा कि आज उनका सामना करने के लिए भारतीय सेना काफी ऊंचाई पर और बेहद कठिन परिस्थितियों में तैनात है।
'भारतीय सैनिकों के पास पूर्ण समर्थन, सही उपकरण और बुनियादी ढांचा'
विदेश मंत्री ने कहा, "यह स्थिति पहल से बहुत अलग है, क्योंकि अब भारतीय सैनिकों के पास पूर्ण समर्थन है, सही उपकरण और बुनियादी ढांचा है।" उन्होंने स्वीकार किया कि चीन से लगी सीमा पर बुनियादी ढांचे को विकसित करने के लिए और काम करना होगा, क्योंकि पहले इसकी उपेक्षा की गई है। उन्होंने कहा, "यह एक अलग भारत है, जो अपने हितों के लिए खड़ा होगा और दुनिया इसे पहचानेगी।"
नया भारत किसी के दबाव में नहीं आएगा
एस जयशंकर ने कहा कि आज भारत की नीतियां किसी बाहरी दबाव से प्रभावित नहीं होती हैं। उन्होंने भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए कहा, "यह एक अधिक स्वतंत्र भारत है। आज, भारत दूसरे देशों के दबाव में नहीं आता है, जो हमें बताएंगे कि हमें अपना तेल कहां से खरीदना चाहिए और कहां से हमें अपना तेल नहीं खरीदना चाहिए।" उन्होंने कहा, "यह ऐसा भारत है जो वही करेगा, जो उसके नागरिकों और उपभोक्ताओं के हित में होगा।"
रूस कच्चे तेल का सबसे बड़ा आपूर्तिकर्ता
रूस द्वारा यूक्रेन पर आक्रमण को लेकर पश्चिमी देशों द्वारा मॉस्को पर प्रतिबंध लगाने के बाद से भारत रूसी तेल को ले रहा है। भारत ने बड़ी मात्रा में रूसी तेल खरीदना जारी रखा है। एनर्जी कार्गो ट्रैकर वोर्टेक्सा के अनुसार, रूस लगातार छठे महीने कच्चे तेल का सबसे बड़ा आपूर्तिकर्ता बना रहा, जिसे रिफाइनरियों में पेट्रोल और डीजल में परिवर्तित किया जाता है।
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