जम्मू-कश्मीर: कुपवाड़ा में सेना की पैट्रोलिंग पर हमला, दो आतंकी ढेर, सर्च ऑपरेशन जारी
सेना ने आतंकियों का मुहतोड़ जवाब दिया और दो आतंकियों को ढेर कर दिया।
श्रीनगर (एएनआइ)। उत्तरी कश्मीर के करालगुंड हंदवाड़ा में एक मुठभेड़ के दौरान दो आतंकी मारे गए। फिलहाल, उनकी पहचान नहीं हुई है, लेकिन उनके विदेशी होने की संभावना जताई जा रही है। संबधित पुलिस अधिकारियों ने बताया कि बीती रात करीब 11 बजे करालगुंड के पास स्थित काजियाबाद जंगल से सेना की 32 आरआर का एक गश्तीदल गुजर रहा था। आतंकियों ने गश्तीदल पर घात लगाकर हमला किया। जवानों ने खुद काे बचाते हुए जवाबी फायरिंग की। करीब 20 मिनट तक दोनों तरफ से भीषण गोलाबारी हुई और इसके बाद आतंकियों की बंदूकें शांत हो गई।
जवानों ने उसी समय पूरे इलाके की घेराबंदी करते हुए आतंकियों के भागने के सभी रास्ते बंद कर दिए। लेकिन अंधेरा होने के कारण जवानों ने किसी जनक्षति से बचने के लिए तलाशी अभियान स्थगित रखा। अलबत्ता, आज सुबह सूरज निकलने के साथ ही जवानों ने तलाशी शुरु की और मुठभेड़स्थल से कुछ ही दूरी पर उन्हें गोलियों से छलनी दो आतंकियों के शव मिले। मारे गए आतंकियों के पास से दो एसाल्ट राइफलें,पांच मैगजीन, दो रेडियो सेट व अन्य सामान भी मिला है।
संबधित अधिकारियों ने बताया कि यह दोनों आतंकी रात को जवाबी कार्रवाई में ही मारे गए थे। ऐसा लगता है कि इनके साथ कुछ और आतंकी भी थे जो रात को बच निकले हैं। उनकी तलाश की जा रही है। मारे गए आतंकियों की पहचान पर उन्होंने बताया कि बरामद हथियारों व अन्य साजो सामान के आधार पर यह आतंकी लश्कर अथवा जैश के नजर आते हैं। दोनों ही विदेशी हो सकते हैं।
इससे पहले आतंकियों ने बुधवार को त्राल में नेशनल कांफ्रेंस के नेता के मकान को उड़ाने का प्रयास करने के अलावा पुलवामा में सुरक्षाबलों के एक गश्तीदल पर भी ग्रेनेड हमला किया। अलबत्ता,इन दोनों ही हमलों में किसी प्रकार का नुक्सान नहीं हुआ। दोपहर बाद करीब साढ़े तीन बजे आतंकियों ने त्राल में नेशनल कांफ्रेंस के नेता मोहम्मद अशरफ बट के मकान को निशाना बनाते हुए उस पर राइफल ग्रेनेड दागा। लेकिन यह ग्रेनेड मकान के बरामदे में गिरा और एक जोरदार धमाके के साथ फट गया। हमले के बाद आतंकी वहां से भाग निकले।
त्राल में नेशनल कांफ्रेंस नेता के मकान पर हमले से लगभग दो घंटे पूर्व आतंकियों ने पुलवामा में बनौरा गांव के बाहर सर्कुलर रोड पर पुलिस और सीआरपीएफ के जवानों की संयुक्त नाका पार्टी को निशाना बनाते हुए ग्रेनेड से हमला किया। लेकिन ग्रेनेड अपना निशाना चूक गया और नाका पार्टी से कुछ दूरी पर एक बाग में गिरते हुए जोरदार धमाके के साथ फट गया। ग्रेनेड फेंकने के तुरंत बाद आतंकी वहां से भाग निकले।