'मेरा पति नपुंसक है, वो हनीमून पर...', महिला ने खटखटाया तेलंगाना HC का दरवाजा; आखिर क्या है पूरा माजरा
तेलंगाना में एक महिला ने अपने पति पर नपुंसक होने का आरोप लगाते हुए ससुराल वालों से 90 लाख रुपये के गुजारे भत्ते की मांग की। महिला ने उच्च न्यायालय में याचिका दायर कर दावा किया कि उसका पति यौन संबंध बनाने में सक्षम नहीं है। अदालत ने महिला की याचिका को खारिज कर दिया क्योंकि उसने पति को नपुंसक साबित करने के लिए कोई सबूत पेश नहीं किया।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। तेलंगाना में एक महिला ने पति को नपुंसक बताकर ससुराल वालों से 90 लाख रुपये का गुजारा भत्ता मांगा है। महिला ने तेलंगाना उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया है, जहां उसने दावा किया है कि उसका पति यौन संबंध बनाने में सक्षम नहीं है।
हालांकि, उच्च न्यायालय ने महिला की याचिका को खारिज कर दिया। कोर्ट ने कहा कि पति को नपुंसक कहना और विवाह धोखाधड़ी करने का महिला के पास कोई सबूत नहीं है।
पति यौन संबंध बनाने में असमर्थ: महिला
बार एंड बेंच की रिपोर्ट के अनुसार, महिला ने दावा किया कि उसके पति को इरेक्टाइल डिस्फंक्शन की समस्या है और वह यौन संबंध बनाने में असमर्थ है। साथ ही, उसने विवाह को अमान्य करने, क्रूरता करने और 90 लाख रुपये के स्थायी गुजारा भत्ते की मांग की है।
न्यायमूर्ति मौसमी भट्टाचार्य और न्यायमूर्ति बी.आर. मधुसूदन राव की पीठ ने उनकी अपील खारिज कर दी। कोर्ट ने कहा, "हमारा मानना है कि अपीलकर्ता ने इस आधार पर अपनी शादी को रद्द करने का कोई मामला नहीं बनाया है कि प्रतिवादी नपुंसक है और यौन संबंध बनाने में सक्षम नहीं है।''
महिला के दावे पर पति ने क्या?
कपल की शादी दिसंबर 2023 में हुई थी। हालांकि, महिला ने दावा किया कि शादी कभी पूरी नहीं हुई। पति के साथ वो बार हनीमून पर गई थी, लेकिन उसका पति यौन संबंध बनाने में सक्षम नहीं था। पहली बार वो साल 2013 में केरल गई थी दूसरी बार वो 2014 में जम्मू कश्मीर गई थी।
महिला ने दावा किया कि उसके पति ने उससे यह बात छिपाया कि वो वह रुमेटीइड गठिया से पीड़ित था। गौरतलब है पति ने इस बात को स्वीकार किया कि उसे इरेक्टाइल डिस्फंक्शन, लेकिन इसके लिए उसने अपना इलाज भी करवाया था, लेकिन उसने कहा कि हनीमून के दौरान उसने अपनी पत्नी के साथ यौन संबंध बनाए थे।
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