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    पसंद नहीं आई मेडिकल छात्र की हेयर स्टाइल, प्रोफेसर ने नाई के दुकान में ले जाकर मुंडवा दिया सिर; जांच का आदेश

    तेलंगाना में एक मेडिकल छात्र का सिर नाई की दुकान में ले जाकर मुंडवा दिया गया। वजह छात्रावास के कुछ वरिष्ठों और सहायक प्रोफेसर को छात्र की हेयर स्टाइल पसंद नहीं आई। अब मामला प्रकाश में आने के बाद तेलंगाना के स्वास्थ्य मंत्री ने जांच और जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई का आदेश दिया है। मेडिकल कॉलेज ने भी जांच समिति का गठन किया है।

    By Jagran News Edited By: Ajay Kumar Updated: Sun, 17 Nov 2024 05:13 PM (IST)
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    तेलंगाना सरकार ने दिया जांच का आदेश। (सांकेतिक फोटो)

    पीटीआई, हैदराबाद। जबरन एक मेडिकल छात्र के सिर मुंडवाने का मामला सामने आया है। मामला तेलंगाना के खम्मम जिले में स्थित सरकारी मेडिकल कॉलेज का है। मेडिकल कॉलेज के एक फैकल्टी सदस्य पर आरोप है कि वह एक छात्र को नाई की दुकान पर ले गया और जबरन उसका सिर मुंडवा दिया। मामला प्रकाश में आने के बाद तेलंगाना सरकार ने जांच का आदेश दिया है।

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    (सांकेतिक फोटो)

    अधिकारियों के मुताबिक मामला 12 नवंबर का है। सरकार ने मामले में गंभीरता से लिया है। तेलंगाना के स्वास्थ्य मंत्री दामोदर राजा नरसिम्हा ने मामले की जांच का आदेश दिया और जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा है। हालांकि अधिकारियों का कहना है कि यह रैगिंग नहीं है।

    छात्र की हेयर स्टाइल नहीं आई पसंद

    तेलंगाना सरकार के अधिकारियों के मुताबिक शुरुआत में मेडिकल कॉलेज के छात्रावास में कुछ सीनियर ने प्रथम वर्ष के छात्र से कहा कि यह हेयर स्टाइल मेडिकल कॉलेज के छात्र के लिए उचित नहीं है। उसे अपने बाल ट्रिम करवाने को कहा। हालांकि बाद में छात्र ने बाल ट्रिम करवा लिए। मगर छात्रावास में ही रहने वाले रैगिंग विरोधी समिति के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी और एक सहायक प्रोफेसर ने कहा कि यह अजीब लग रहा है। इसके बाद दोनों छात्र को सैलून लेकर पहुंचे। यहां उसका सिर मुंडवा दिया।

    (सांकेतिक फोटो)

    प्राचार्य ने बनाई जांच समिति

    मामला प्राचार्य के संज्ञान में आने के बाद उन्होंने शनिवार को चिकित्सा अधिकारी को छात्रावास से हटाने का आदेश दिया और घटना की जांच के लिए एक समिति का गठन किया। मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य ने कहा कि सहायक प्रोफेसर की ओर से इस तरह की गतिविधि में शामिल होना ठीक नहीं है। उधर, उनके विभाग का कहना है कि ऐसा करने का उनका कोई इरादा नहीं था। वह केवल छात्र को अनुशासित करना चाहते थे।

    खबर अपडेट की जा रही है...

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