तेलंगाना जाति सर्वे में मुसलमानों को बीसी लिस्ट में लाने का विरोध, केंद्रीय मंत्री बोले- कांग्रेस याद रखे...
तेलंगाना के जाति सर्वे में पिछड़े मुसलमानों को बीसी लिस्ट में जोड़ने का विरोध हो रहा है। केंद्रीय मंत्री बंदी संजय कुमार ने भी राज्य की कांग्रेस सरकार को कहा है कि उन्हें याद रखना चाहिए कि अन्य जातियों ने भी इसका विरोध किया है। पिछली बीआरएस सरकार की ओर से कराए गए गहन घरेलू सर्वेक्षण में पिछड़ी जातियों की आबादी कुल जनसंख्या का 51 प्रतिशत बताई गई थी।
हैदराबाद, प्रेट्र: तेलंगाना में कांग्रेस सरकार की ओर से कराए गए जातीय सर्वेक्षण में मुसलमानों में पिछड़े वर्गों को बीसी श्रेणी में शामिल करने पर आपत्ति जताते हुए केंद्रीय मंत्री बंदी संजय कुमार ने शनिवार को आरोप लगाया कि इस कदम से पिछड़े वर्गों के साथ अन्याय होगा।
उन्होंने कहा कि राज्य की कांग्रेस सरकार को यह याद रखना चाहिए कि अन्य जातियां भी मुसलमानों को पिछड़ी जाति में शामिल करने का विरोध कर रही हैं।
आगामी एमएलसी चुनावों में भाजपा उम्मीदवारों के समर्थन में करीमनगर में आयोजित एक रोड शो में केंद्रीय मंत्री ने कहा कि अतीत में हैदराबाद निकाय चुनावों में हिंदू उम्मीदवार नहीं जीत सके थे, क्योंकि अविभाजित आंध्र में दिवंगत कांग्रेसी मुख्यमंत्री वाईएस राजशेखर रेड्डी ने पिछड़े मुसलमानों को चार प्रतिशत आरक्षण देकर पिछड़ी जाति के रूप में मान्यता दे दी थी। राज्य की कांग्रेस सरकार को यह याद रखना चाहिए कि अन्य जातियां भी मुसलमानों को पिछड़ी जाति में शामिल करने का विरोध कर रही हैं।
पिछड़ी जातियों कि जनसंख्या में आई गिरावट
पिछली बीआरएस सरकार की ओर से कराए गए गहन घरेलू सर्वेक्षण में पिछड़ी जातियों की आबादी कुल जनसंख्या का 51 प्रतिशत बताई गई थी, जबकि कांग्रेस सरकार के जाति सर्वेक्षण में यह संख्या 46 प्रतिशत बताई गई है, जो कि गिरावट है।
इस बीच, तेलंगाना के पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री पोन्नम प्रभाकर ने जाति सर्वेक्षण की रिपोर्ट पर पिछड़ा वर्ग संघों के नेताओं से बैठक की। राज्य में किए गए जाति सर्वेक्षण के अनुसार, तेलंगाना की कुल 3.70 करोड़ आबादी में मुस्लिम अल्पसंख्यकों के अलावा पिछड़े वर्ग की आबादी 46.25 प्रतिशत है।
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