अफगानिस्तान में फिर से शुरू होगी तापी परियोजना, तालिबान ने किया ऐलान
अफगानिस्तान के कार्यवाहक विदेश मंत्री आमिर खान मुत्ताकी ने तुर्कमेनिस्तान के विदेश मंत्री राशिद मेरेदोव के साथ एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि तुर्कमेनिस्तान के प्रतिनिधिमंडल और इस्लामिक अमीरात ने तापी परियोजना को फिर से शुरू करने सहित आर्थिक और राजनीतिक मुद्दों पर अच्छी बातचीत की।

नई दिल्ली, एजेंसियां। अफगानिस्तान में तुर्कमेनिस्तान-अफगानिस्तान-पाकिस्तान-भारत (तापी) गैस पाइपलाइन परियोजना फिर से शुरू होगी। तालिबान के कार्यवाहक विदेश मंत्री अमीर खान मुत्ताकी ने तुर्कमेनिस्तान के विदेश मंत्री राशिद मेरेदोव के साथ एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान यह बात कही। टोलो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार मुत्ताकी ने कहा, तुर्कमेनिस्तान का प्रतिनिधिमंडल और तालिबान तापी परियोजना को फिर से शुरू करने सहित अन्य आर्थिक व राजनीतिक मुद्दों पर सहमत हुए हैं। तापी के अलावा, सड़कों के निर्माण व बिजली के मुद्दे पर भी वार्ता हुई है। बैठक में प्रमुख रूप से ऐसी परियोजनाओं पर बात हुई जो पहले से चालू हैं, जिनमें तापी प्रमुख है। बता दें कि भारत के लिए अहम तापी परियोजना की शुरुआत 2016 में हुई थी। इस परियोजना की लागत 10 अरब डालर है। इससे अफगानिस्तान को भी हर साल भारी राजस्व मिलेगा। 1800 किमी लंबी इस पाइपलाइन का 816 किमी का हिस्सा अफगानिस्तान से होकर गुजरना है।
क्या है तापी परियोजना?
तापी परियोजना 2016 में शुरू की गई थी। तापी पाइपलाइन से हर साल 33 अरब क्यूबिक मीटर (बीसीएम) प्राकृतिक गैस ले जाए जाने की उम्मीद है, जो दुनिया के दूसरे सबसे बड़े गैस क्षेत्र, गल्किनेश से 1,800 किमी (1,125 मील) तक के मार्ग के साथ पाकिस्तान सीमा के पास भारत के फाजिल्का शहर तक जाती है। अफगानिस्तान में परियोजना पर काम फरवरी 2018 में शुरू हुआ और इसमें 1,814 किलोमीटर की गैस पाइपलाइन शामिल होगी, जिसका उद्देश्य गैस अफगानिस्तान से पाकिस्तान और भारत तक ले जाना है, जिसमें कम से कम 816 किलोमीटर पाइपलाइन अफगानिस्तान से होकर गुजरेगी। हालांकि, पिछले कुछ वर्षो में अन्य मुद्दों के अलावा असुरक्षा के कारण अफगानिस्तान में निर्माण में देरी हुई है।
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