तमिलनाडु के श्रम मंत्री ने मजदूरों पर हमले की खबर को बताया झूठ, बोले- शांति के लिए जाना जाता है प्रदेश
राज्य में प्रवासी श्रमिकों पर हमले की फर्जी खबर के बाद से सभी प्रवासी मजदूर दहशत में हैं। इससे यहां के उद्योग बुरी तरह प्रभावित होते हैं। यहां सभी प्रवासी मजदूर सुरक्षित हैं और एसोसिएशन उनके साथ खड़ा रहेगा। इसकी जानकारी कक्कलूर इंडस्ट्रियल एस्टेट एसोसिएशन के सचिव ने दी।
हैदराबाद (तेलंगाना)। तमिलनाडु के कई इलाकों में बिहार के लोगों के साथ हुई कथित मारपीट का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है। बिहार विधानसभा में मचे हंगामे के बीच तमिलनाडु के श्रम कल्याण और कौशल विकास मंत्री सीवी गणेशन ने एक बयान जारी कर मामले को झूठा बताया है।
"No truth in news on social media that labours from north India are being attacked in parts of Tamil Nadu. Tamil Nadu is known for peace and appropriate action will be taken against those spreading such news": Tamil Nadu Labour Welfare and Skill Development minister CV Ganesan pic.twitter.com/Y1oOkMpdWx
— ANI (@ANI) March 3, 2023
TN | Since fake news of an attack on migrant workers in the state all migrant labourers are in fear. This badly affects the industries here. All migrant labourers here are safe & the Association will stand with them: Secretary, Kakkalur Industrial Estate Association Secretary— ANI (@ANI) March 4, 2023
तमिलनाडु के श्रम कल्याण और कौशल विकास मंत्री सीवी गणेशन ने दावा किया कि सोशल मीडिया पर फैलाई गई खबर में कोई सच्चाई नहीं है। दरअसल, तमिलनाडु के कुछ हिस्सों में उत्तर भारत के मजदूरों पर हमला होने की खबरें वायरल हैं। मंत्री ने कहा कि तमिलनाडु शांति के लिए जाना जाता है और ऐसी खबरें फैलाने वालों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी।
वहीं, कक्कलूर इंडस्ट्रियल एस्टेट एसोसिएशन के सचिव ने कहा कि राज्य में प्रवासी श्रमिकों पर हमले की फर्जी खबर के बाद से सभी प्रवासी मजदूर दहशत में हैं। इससे यहां के उद्योग बुरी तरह प्रभावित होते हैं। यहां सभी प्रवासी मजदूर सुरक्षित हैं और एसोसिएशन उनके साथ खड़ा रहेगा।
भारतीय कपड़ा उद्योग परिसंघ और दक्षिणी भारत मिल्स एसोसिएशन ने इस मामले को लेकर कहा कि प्रवासी श्रमिकों और स्थानीय श्रमिकों के बीच कोई टकराव नहीं है और इस तरह की सूचनाओं का प्रसार गलत है।
Tamil Nadu | There is no clash between the migrant workers & local workers and the circulation of such information is false and not revealing of the true state of affairs: Confederation of Indian Textile Industry and Southern India Mills' Association pic.twitter.com/TeH3zgoguZ— ANI (@ANI) March 4, 2023
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था वीडियो
दरअसल, गुरुवार सुबह से ही तमिलनाडु में हुई एक कथित घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। इस घटना की खबर अखबारों में भी छप गई थी। अखबारों की खबरों का हवाला देते हुए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरुवार को तमिलनाडु की घटना पर चिंता जताते हुए ट्वीट किया था। साथ ही मुख्य सचिव और डीजीपी को तमिलनाडु के आला अधिकारियों से बात करने और वहां काम करने वाले बिहार के लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का निर्देश दिए गए थे।
हालांकि, कुछ घंटे बाद तमिलनाडु पुलिस ने दावा किया कि बिहार के मजदूरों को मारे जाने के संबंध में सोशल मीडिया पर जो वीडियो चल रहे थे, वे फर्जी हैं। इसी कारण से सवाल खड़े हो रहे हैं कि कैसे बिहार के सीएम सोशल मीडिया पर चल रही फर्जी खबरों के शिकार हो गए?
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