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    Tamil Nadu: गोवा एयरपोर्ट पर महिला के साथ अभद्रता के आरोप पर सीएम स्टालिन का बड़ा बयान, बोले- हिंदी राष्ट्रीय भाषा नहीं है

    By Jagran NewsEdited By: Jeet Kumar
    Updated: Sat, 16 Dec 2023 06:48 AM (IST)

    तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने गोवा एयरपोर्ट पर एक महिला को भाषा के नाम पर परेशान करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि यह चिंताजनक बात है कि लोगों को हिंदी बोलने के लिए मजबूर किया जा रहा है। स्टालिन ने कहा कि भारत में भेदभाव का कोई स्थान नहीं है और आइए सभी भाषाओं के लिए समान सम्मान सुनिश्चित करें।

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    गोवा एयरपोर्ट पर महिला के साथ अभद्रता के आरोप पर सीएम स्टालिन का बड़ा बयान

    पीटीआई, चेन्नई। तमिलनाडुके मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने गोवा हवाई अड्डे पर चेन्नई की एक महिला के साथ अभद्रता को लेकर निंदा की है। उन्होंने आरोप लगाया कि चेन्नई की महिला को केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के एक कर्मी द्वारा इसलिए परेशान किया गया क्योंकि वह वह हिंदी नहीं जानती थी।

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    एमके स्टालिन बोले हिंदी भारत की राष्ट्रीय भाषा नहीं

    इस पर सीएम एमके स्टालिन ने कहा कि हिंदी भारत की राष्ट्रीय भाषा नहीं है। उन्होंने कहा कि यह चिंताजनक बात है कि लोगों को हिंदी बोलने के लिए मजबूर किया जा रहा है। बता दें कि केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) देश के 67 नागरिक हवाई अड्डों की सुरक्षा करता है।

    एक्स पर पोस्ट कर घटना की निंदा की

    सीएम स्टालिन ने एक्स पर सीआईएसएफ को टैग करते हुए एक पोस्ट में लिखा कि गोवा एयरपोर्ट पर एक तमिल लड़की से हिंदी में बात करते समय उसने कहा कि उसे हिंदी नहीं आती। इसके बाद सीआईएसएफ के जवान ने कहा कि तमिलनाडु भारत में है और भारत में हर किसी को हिंदी सीखनी चाहिए। यह बेहद निंदनीय है।

    उन्होंने आगे अपनी पोस्ट में लिखा कि उन्हें कौन बताएगा कि हिंदी राजभाषा है, राष्ट्रभाषा नहीं? भारत विभिन्न भाषाएँ बोलने वाले लोगों का एक संघीय राज्य है। केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल को इस तरह से कार्य करना चाहिए जिससे संघवाद पर जोर दिया जा सके। हवाई अड्डों पर सभी भाषाओं को उचित मूल्य और सम्मान दिया जाना चाहिए।

    भारत में भेदभाव का कोई स्थान नहीं

    स्टालिन ने कहा कि भारत में भेदभाव का कोई स्थान नहीं है और आइए सभी भाषाओं के लिए समान सम्मान सुनिश्चित करें। साथ ही एमके स्टालिन ने केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) से अपने कर्मियों को यात्रियों के साथ व्यवहार करने के बारे में संवेदनशील बनाने के लिए तत्काल कदम उठाने के लिए कहा।