बांग्लादेश में मारे गए हिंदू युवक के परिजनों को देंगे आर्थिक मदद, सुवेंदु अधिकारी का बड़ा एलान
भाजपा विधायक सुवेंदु अधिकारी ने घोषणा की है कि बांग्लादेश में भीड़ द्वारा मारे गए हिंदू युवक दीपू चंद्र दास के परिवार को आर्थिक मदद दी जाएगी। उन्होंने ...और पढ़ें

सुवेंदु अधिकारी देंगे बांग्लादेशी हिंदू युवक के परिवार को मदद
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। बांग्लादेश में हिंदू युवक की बर्बर हत्या से देशभर में फैले आक्रोश के बीच बंगाल विधानसभा में नेता विपक्ष और भाजपा विधायक सुवेंदु अधिकारी ने मंगलवार को घोषणा की कि पड़ोसी देश के मैमनसिंह में भीड़ द्वारा हिंसा का शिकार युवक दीपू चंद्र दास के परिवार को आर्थिक मदद दी जाएगी।
मीडिया से बात करते हुए सुवेंदु ने कहा कि वह दास के परिवार के संपर्क में हैं और नियमित मासिक सहायता उपलब्ध कराने के लिए बुधवार को उनसे बात करेंगे। सुवेंदु ने कहा कि परिवार से बातचीत कर हम हर महीने उन्हें आर्थिक मदद देने के तरीके तय करेंगे। उन्होंने साफ किया कि यह मदद मानवीय आधार पर की जाएगी।
इससे पहले सोमवार को इस घटना के विरोध में सुवेंदु के नेतृत्व में भाजपा कार्यकर्ताओं ने कोलकाता में बांग्लादेश उप उच्चायोग के बाहर जोरदार विरोध प्रदर्शन किया था। मालूम हो कि बांग्लादेश में 18 दिसंबर की रात कपड़े की एक फैक्ट्री में काम करने वाले 25 वर्षीय दीपू चंद्र दास को मैमनसिंह जिले के बालुका में ईशनिंदा के आरोप में भीड़ ने पीट-पीटकर मार डाला था और फिर शव को पेड़ से लटकाकर जला दिया गया था।
बांग्लादेश में हुई इस बर्बर हत्या की संयुक्त राष्ट्र समेत पूरी दुनिया में घोर निंदा हो रही है और मोहम्मद यूनुस की अगुवाई वाली वहां की अंतरिम सरकार के खिलाफ लोग रोष जता रहे हैं।
ममता और यूनुस में कोई फर्क नहीं: सुवेंदु
इस बीच बंगलादेश में हिंदू युवक की बर्बर हत्या के विरोध में मंगलवार को विभिन्न हिंदू संगठनों द्वारा कोलकाता में बंगलादेश उप उच्चायोग के बाहर विरोध प्रदर्शन के दौरान प्रदर्शनकारियों पर पुलिस लाठीचार्ज की कड़ी निंदा करते हुए सुवेंदु ने ममता सरकार पर जोरदार हमला बोला।
बांग्लादेश सरकार की तुलना बंगाल सरकार से करते हुए उन्होंने कहा कि पड़ोसी देश में अल्पसंख्यक हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान कोलकाता पुलिस की इस कार्रवाई से साबित होता है कि ममता बनर्जी और बांग्लादेश के मोहम्मद यूनुस में कोई फर्क नहीं है।
उन्होंने कहा कि इस बर्बर घटना के खिलाफ दुनिया भर के लोग और हिंदू समुदाय विरोध कर रहे हैं, और बांग्लादेश के आम लोग भी इस घटना के खिलाफ सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे हैं।
सुवेंदु ने आरोप लगाया कि ममता बनर्जी की पुलिस ने शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे संतों और युवाओं पर लाठियों का प्रयोग किया, खासकर उन लोगों पर जो केसरिया झंडा लेकर रैली निकाल रहे थे।
शांतिपूर्ण भीड़ को पानी की बौछारों (वाटर कैनन) से हटाया गया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार यह संदेश दे रही है कि यहां कोई भी केसरिया झंडा लिए आंदोलन नहीं कर सकता। उन्होंने आगे कहा कि बांग्लादेश में जो कुछ यूनुस सरकार कर रही है, वही ममता बनर्जी की सरकार यहां कर रही है।

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