आत्मसमर्पण कर चुके माओवादी नेता भूपति ने जारी किया वीडियो, कार्यकर्ताओं से की मुख्यधारा में शामिल होने की अपील
आत्मसमर्पण कर चुके माओवादी नेता भूपति ने भाकपा (माओवादी) के कार्यकर्ताओं से सशस्त्र संघर्ष त्यागकर मुख्यधारा में शामिल होने की अपील की है। गढ़चिरौली पुलिस ने भूपति का वीडियो जारी किया, जिसमें उन्होंने हिडमा की मौत पर चिंता जताई। भूपति ने कहा कि सशस्त्र संघर्ष से नक्सली आंदोलन को नुकसान हुआ है, इसलिए कार्यकर्ताओं को मुख्यधारा में आकर लोगों के साथ काम करना चाहिए। उन्होंने अपना फ़ोन नंबर भी साझा किया।

भूपति की कार्यकर्ताओं से मुख्यधारा में शामिल होने की अपील
राज्य ब्यूरो मुंबई, 19 नवंबर। मंगलवार को एक करोड़ रुपए के इनामी माओवादी माड़वी हिडमा के एक मुठभेड़ में मारे जाने के बाद आत्मसमर्पण कर चुके माओवादी नेता मल्लोजुला वेणुगोपाल राव उर्फ भूपति ने बुधवार को प्रतिबंधित भाकपा (माओवादी) के कार्यकर्ताओं से सशस्त्र संघर्ष छोड़कर मुख्यधारा में शामिल होने की अपील की है।
प्रतिबंधित संगठन के पूर्व प्रवक्ता भूपति की यह अपील आंध्र प्रदेश में एक मुठभेड़ में शीर्ष नक्सली कमांडर हिडमा की मौत के एक दिन बाद आई है। गढ़चिरौली पुलिस ने भूपति द्वारा की गई एक वीडियो अपील जारी की है। भूपति ने 15 अक्टूबर को 60 कार्यकर्ताओं के साथ गढ़चिरौली में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के सामने आत्मसमर्पण किया था।
भूपति की कार्यकर्ताओं से मुख्यधारा में शामिल होने की अपील
भूपति ने अपने वीडियो में हिडमा और पांच अन्य की मौत का जिक्र करते हुए कहा है कि हमें पिछले कुछ दिनों से मुठभेड़ की खबरें मिल रही हैं। यह बहुत चिंताजनक है। मैं आपको बताना चाहता हूँ कि हमने लगभग डेढ़ महीने पहले सशस्त्र संघर्ष छोड़ दिया था।
क्योंकि हमें एहसास हुआ कि बदलते हालात में हम सशस्त्र संघर्ष नहीं कर सकते। अब हम संविधान के अनुसार लोगों की समस्याओं का समाधान करने के लिए काम कर रहे हैं।
उन्होंने आगे कहा कि सशस्त्र संघर्ष में नक्सली आंदोलन को भारी नुकसान हुआ है। हथियारों से लड़ने के बजाय हमें सशस्त्र संघर्ष छोड़ देना चाहिए और मुख्यधारा में शामिल होकर लोगों के साथ मिलकर काम करना चाहिए।
गढ़चिरौली पुलिस ने जारी किया भूपति का वीडियो
उन्होंने कहा कि मैंने पहले भी यही अपील की थी, तथा कार्यकर्ताओं से आग्रह किया था कि वे इस मुद्दे पर विचार करें और इस संदेश को नजरअंदाज न करें। उन्होंने अपना फ़ोन नंबर साझा करते हुए कहा कि आपको मुख्यधारा में शामिल होना चाहिए और भारत के संविधान के अनुसार आम लोगों के साथ काम करना चाहिए।
बता दें कि भूपति ने पिछले माह 15 अक्तूबर को अपने 60 साथियों के साथ गढ़चिरौली में आत्मसमर्पण किया था। माओवादी आंदोलन का प्रमुख रणनीतिकार माने जानेवाले भूपति का आत्मसमर्पण इस हिंसक आंदोलन के लिए बड़ा झटका माना गया था। उससे पहले की पत्नी तारक्का एवं उसकी भाभी सुजाता भी आत्मसमर्पण कर चुकी थीं।

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