सुप्रीम कोर्ट की जज नागरत्ना लोकायुक्त को 'दंतहीन बाघ' बनाने से चिंतित, कहा- सभी राज्यों में लोकायुक्त को मिले संसाधन
बुधवार को केरल के लोकायुक्त द्वारा आयोजित लोकायुक्त दिवस पर जस्टिस नागरत्ना ने कहा कि सभी राज्यों में लोकायुक्त को संसाधनों को मुहैया कराया जाना चाहिए। साथ ही उन्हें स्वतंत्र रूप से अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए जरूरी समर्थन भी मिलना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस नेक संस्था का राजनीतिक हितों या दुश्मनी सुलटाने का जरिया नहीं बनाया जाना चाहिए।

एएनआइ, तिरुअनंतपुरम। सुप्रीम कोर्ट की जज जस्टिस बीवी नागरत्ना ने प्रतिबंधक संशोधनों के चलते लोकायुक्त को दंतहीन बाघ बनाए जाने पर चिंता जताई। बुधवार को केरल के लोकायुक्त द्वारा आयोजित लोकायुक्त दिवस पर जस्टिस नागरत्ना ने कहा कि सभी राज्यों में लोकायुक्त को संसाधनों को मुहैया कराया जाना चाहिए। साथ ही उन्हें स्वतंत्र रूप से अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए जरूरी समर्थन भी मिलना चाहिए।
उन्होंने कहा कि इस नेक संस्था का राजनीतिक हितों या दुश्मनी सुलटाने का जरिया नहीं बनाया जाना चाहिए। रोकटोक और कमजोर करने वाले संशोधनों से यह संस्था सार्थक प्रतिपादन में सक्षम नहीं रहेगी। जस्टिस नागरत्ना ने कहा कि वह अधिनियम की धारा 14 से बहुत प्रभावित हैं। उल्लेखनीय है कि केरल विधानसभा ने लोकायुक्त अधिनियम की धारा-14 में संशोधन किया है।
लोकायुक्त अधिनियम में संशोधन को लेकर हो रहा हंगामा
केरल लोकायुक्त अधिनियम में संशोधन के केरल सरकार के फैसले को लेकर पहले ही काफी हंगामा हो रहा है। फिलहाल यह बिल राज्यपाल के समक्ष लंबित है। हालांकि जस्टिस नागरत्ना ने किसी संशोधन विशेष को लेकर कोई टिप्पणी नहीं की है।
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