खालिस्तानियों को मिलता रहा समर्थन तो द्विपक्षीय रिश्तों पर होगा असर, एस जयशंकर ने कनाडा को दी चेतावनी
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कनाडा के एनएसए जोडी थॉमस की तरफ से भारत पर ही हस्तक्षेप करने के आरोप के बारे में जयशंकर ने कहा कि यह उल्टा चोर कोतवाल को डांटे वाली बात हो गई। कनाडा की तरफ से भारत के आंतरिक मामले में दखल दिया जाता रहा।

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। कनाडा में खालिस्तान समर्थकों को वहां मिल रहे राजनीतिक समर्थन और अब वहां के ब्राम्पटन नाम के शहर में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के हत्यारे को सही ठहराने के प्रदर्शन पर भारत ने बेहद कड़ा रुख अख्तियार किया है।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि जिस तरह से भारत विरोधी गतिविधियां कनाडा में चलाई जा रही हैं वह ना तो भारत-कनाडा के द्विपक्षीय रिश्तों के हित में है और ना ही कनाडा के हित में है।
जयशंकर ने कनाडा के एनएसए पर कसा तंज
कनाडा के एनएसए जोडी थॉमस की तरफ से भारत पर ही हस्तक्षेप करने के आरोप के बारे में जयशंकर ने कहा कि, यह उल्टा चोर कोतवाल को डांटे वाली बात हो गई। कनाडा की तरफ से भारत के आंतरिक मामले में दखल दिया जाता रहा है।"
विदेश मंत्री के इस बयान से पहले कनाडा स्थित भारतीय उच्चायोग ने भी पूर्व पीएम इंदिरा गांधी की हत्या को सही ठहराने वाले प्रदर्शन पर अपनी कड़ी आपत्ति का इजहार किया है। जयशंकर ने कहा कि, “हम पहले भी देख चुके हैं कि भारत के खिलाफ प्रदर्शन करने वालों को कनाडा में जगह दी गई है।
कनाडा में भारतीय मंदिरों पर हमले की खबरें आ रही हैं: विदेश मंत्री
यह बहुत बड़ा मुद्दा है और हम सही मायने में यह नहीं समझ पा रहे हैं कि वोट बैंक राजनीति के अलावा और दूसरी कोई क्या वजह है जिसके लिए इसका समर्थन किया जाएगा। उनके इतिहास (कनाडा) को देखा जाए तो उम्मीद की जाती है कि वो उससे सबक सीखेंगे और उसे दोहराने की कोशिश नहीं करेंगे। वहां बार बार ऐसी घटनाएं हो रही हैं।
जयशंकर ने बताया, भारत ने कनाडा के साथ इन मुद्दों को उठाया है। कनाडा में लगातार खालिस्तान समर्थकों की तरफ से भारत के खिलाफ प्रदर्शन करना और कुछ मामलों में भारतीय मंदिरों पर हमले की खबरें आ रही हैं।"
इस क्रम में हाल में ही सोशल मीडिया पर एक वीडियो फुटेज वायरल हुआ है जिसमें पूर्व पीएम इंदिरा गांधी को गोली मारने के घटनाक्रम को प्रदर्शित किया गया है। यह वीडियो 04 जून, 2023 को ब्राम्पटन शहर का बताया जा रहा है। इसे कांग्रेस पार्टी की तरफ से भी उठाया गया है।
कनाडा में हिंसा का समर्थन करने वालों के लिए कोई जगह नहीं: कैमरॉन मैके
कांग्रेस के संचार प्रमुख जयराम रमेश ने इस वीडियो को सोशल मीडिया पर चिन्हित करते हुए विदेश मंत्री एस जयशंकर से कनाडा सरकार के समक्ष सख्ती से उठाने की मांग की है। वैसे नई दिल्ली में कनाडा के उच्चायुक्त कैमरॉन मैके ने इसकी निंदा की है और कहा है कि कनाडा में हिंसा का समर्थन करने वालों के लिए कोई जगह नहीं है।
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