दूसरी महिला लोकसभा अध्यक्ष होंगी महाजन
नई दिल्ली [जागरण ब्यूरो]। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत सोलहवीं लोकसभा के लिए चुनकर आए ज्यादातर सांसदों ने गुरुवार को सदन की सदस्यता ले ली। बचे हुए सदस्य शुक्रवार दोपहर 12 बजे तक शपथ की औपचारिकता पूरी कर लेंगे। इस बीच देश को लगातार दूसरी महिला लोकसभा अध्यक्ष मिलने का मार्ग प्रशस्त हो गया है।
नई दिल्ली [जागरण ब्यूरो]। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत सोलहवीं लोकसभा के लिए चुनकर आए ज्यादातर सांसदों ने गुरुवार को सदन की सदस्यता ले ली। बचे हुए सदस्य शुक्रवार दोपहर 12 बजे तक शपथ की औपचारिकता पूरी कर लेंगे। इस बीच देश को लगातार दूसरी महिला लोकसभा अध्यक्ष मिलने का मार्ग प्रशस्त हो गया है। भाजपा की वरिष्ठ नेता सुमित्रा महाजन का सर्वसम्मति से लोकसभा अध्यक्ष बनना अब तय है। शुक्रवार को वह कार्यवाहक लोकसभा अध्यक्ष नियुक्त किए गए कमलनाथ से कार्यभार ग्रहण कर लेंगी।
अब तक एक भी चुनाव नहीं हारीं सुमित्रा महाजन का नाम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत 19 सदस्यों ने दलगत राजनीति से ऊपर उठकर प्रस्तावित कर दिया है। मध्य प्रदेश के इंदौर से लगातार आठ बार सांसद रहीं 71 वर्षीय सुमित्रा महाजन को नई जिम्मेदारी के संकेत भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने पहले ही दे दिए थे। लोकसभा अध्यक्ष का चुनाव शुक्रवार को होगा। मीरा कुमार के बाद सुमित्रा महाजन लोकसभा अध्यक्ष के पद पर विराजमान होने वाली दूसरी महिला होंगी। वह अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में 1999 से 2004 के बीच राज्यमंत्री भी रह चुकी हैं।
इससे पहले गुरुवार को सदन की कार्यवाही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण के साथ शुरू हुई। कार्यवाहक लोकसभा अध्यक्ष कमलनाथ ने जैसे ही प्रधानमंत्री का नाम बुलाया तो पूरे सदन ने मेज थपथपा कर जोरदार स्वागत किया। मोदी के बाद लालकृष्ण आडवाणी, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और भाजपा अध्यक्ष व गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने सदस्यता की शपथ ली। अब सदस्यों की शपथ औपचारिकता और लोकसभा अध्यक्ष चुने जाने के बाद राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी 9 जून को संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करेंगे। सत्र 11 जून को संपन्न होगा।
कांग्रेस को नेता विपक्ष मिलना तय नहीं
लोकसभा में नेता विपक्ष, लोकसभा उपाध्यक्ष और पीएसी अध्यक्ष जैसे तीनों पद इस बार कांग्रेस को नहीं मिलेंगे। सूत्रों के मुताबिक ये तीनों पद जाएंगे तो विपक्ष के ही पास, लेकिन अलग-अलग विपक्षी दलों को। इसका तकनीकी कारण है कि कांग्रेस सदन की संख्या के दसवें हिस्से से भी कम सांसद ला सकी है, जिससे उसका मुख्य विपक्षी दल का रुतबा जाता रहा।
जवाहर लाल नेहरू, इंदिरा गांधी और राजीव गांधी के समय में भी जब मुख्य विपक्षी दल के मानक को पूरा करने में कोई पार्टी सफल नहीं रही तो उसे नेता विपक्ष का पद नहीं दिया गया। संकेत हैं कि अगर कांग्रेस को नेता विपक्ष का पद दिया गया तो लोकसभा उपाध्यक्ष या पीएसी अध्यक्ष जैसे पद तो उसे कतई नहीं मिलेंगे।
भारतीय जनता पार्टी की वरिष्ठ नेता और संभावित लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन का जन्म 12 अप्रैल 1943 को महाराष्ट्र के रत्नागिरी जिले के चिपलून गांव में हुआ था। वे इंदौर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से भाजपा की सोलहवीं लोक सभा में सांसद हैं। वे यहां से लगातार आठवीं बार सांसद बनी हैं, जो किसी भी महिला सांसद के लिए एक रिकॉर्ड है। उनका नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हो चुका है। खास बात यह है कि सुमित्रा महाजन लोकसभा अध्यक्ष बनने वाली दूसरी महिला होंगी।
71 वर्षीय नेत्री इंदौर में 'सुमित्रा ताई' के नाम से प्रसिद्ध हैं। उन्होंने इंदौर के देवी अहिल्या विश्वविद्यालय से एलएलएम किया है। महाजन 2002 से 2004 तक वाजपेयी मंत्रिमंडल में शामिल थीं। उन्हें मानव संसाधन, संचार तथा पेट्रोलियम मंत्रालय का काम दिया गया था।
महाजन ने 1989 में अपने ससुराल इंदौर से पहली बार चुनाव लड़ा। इसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। इस बार उन्होंने कांग्रेस के प्रत्याशी सत्यनारायण पटेल को रिकॉर्ड चार लाख 66 हजार मतों से हराया। इलाके के लोग उन्हें बेहद शांत स्वभाव की सुलझी हुई महिला मानते हैं। वह इंदौर तो बहु बनकर आई थी लेकिन यहां बेटी बनकर रहीं और फिर ताई हो गई।
मराठी परिवार से ताल्लुक होने के चलते सुमित्रा की मराठी वोटों पर अच्छी पकड़ रही है। इनके एक बेटे मंदार महाजन हैं और वह भी राजनीति में हैं।
सांसद ने किया लोकनृत्य
सोलहवीं लोकसभा के लिए चुने गए कई नए सदस्य गुरुवार को पारंपरिक परिधानों में संसद भवन पहुंचे। यहां तक कि सुरेंद्रनगर से भाजपा सांसद देवाजीभाई फतेपारा पारंपरिक परिधान में तो पहुंचे ही, उन्होंने संसद भवन में प्रवेश से पहले लोकनृत्य भी किया। महबूबाबाद से टीआरएस सांसद ए. सीताराम नाइक पारंपरिक वंजारा परिधान में पहुंचे। उन्होंने रंगीन पगड़ी भी बांधी हुई थी।
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