सुमित्रा महाजन: कॉरपोरेटर से लेकर स्पीकर तक का सफर
नवनिर्वाचित लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन का जन्म 12 अप्रैल 1
नवनिर्वाचित लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन का जन्म 12 अप्रैल 1943 को महाराष्ट्र के रत्नागिरी जिले के चिपलून गांव में हुआ था। वे इंदौर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से भाजपा की सोलहवीं लोक सभा में सांसद हैं। यहां से वह लगातार आठवीं बार सांसद बनी हैं, जो किसी भी महिला सांसद के लिए एक रिकॉर्ड है। उनका नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हो चुका है। खास बात यह है कि सुमित्रा महाजन लोकसभा अध्यक्ष बनने वाली दूसरी महिला होंगी।
71 वर्षीय नेत्री इंदौर में सुमित्रा ताई के नाम से प्रसिद्ध हैं। उन्होंने इंदौर के देवी अहिल्या विश्वविद्यालय से एलएलएम किया है। महाजन 2002 से 2004 तक वाजपेयी मंत्रिमंडल में शामिल थीं। उन्हें मानव संसाधन, संचार तथा पेट्रोलियम मंत्रालय का काम दिया गया था।
महाजन ने 1989 में अपने ससुराल इंदौर से पहली बार चुनाव लड़ा। इसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। इस बार उन्होंने कांग्रेस के प्रत्याशी सत्यनारायण पटेल को रिकॉर्ड चार लाख 66 हजार मतों से हराया। इलाके के लोग उन्हें बेहद शांत स्वभाव की सुलझी हुई महिला मानते हैं। वह इंदौर तो बहु बनकर आई थी लेकिन यहां बेटी बनकर रहीं और फिर ताई हो गई।
मराठी परिवार से ताल्लुक होने के चलते सुमित्रा की मराठी वोटों पर अच्छी पकड़ रही है। इनके एक बेटे मंदार महाजन हैं और वह भी राजनीति में हैं। इन्होंने सार्वजनिक जीवन की शुरुआत इंदौर नगर निगम के सदस्य के रूप में की थी और आज वो लोकसभा की अध्यक्ष बनीं हैं।
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