Sudarsan Pattnaik: सुदर्शन पटनायक ने रूस में रचा इतिहास, जीता गोल्डन सैंड मास्टर पुरस्कार
प्रसिद्ध सैंड आर्टिस्ट सुदर्शन पटनायक ने रूस में आयोजित अंतरराष्ट्रीय चैंपियनशिप में गोल्डन सैंड मास्टर पुरस्कार जीता है । इसमें दुनिया के 21 कलाकारों ने भाग लिया। सुदर्शन ने यह पुरस्कार मिलने पर खुशी जताई है। पटनायक ने 12 फुट ऊंची मूर्ति बनाई थी जिसमें एक रथ और भगवान जगन्नाथ को उनके भक्त बलराम दास के साथ दर्शाया गया था।

पीटीआई, नई दिल्ली। प्रसिद्ध सैंड आर्टिस्ट सुदर्शन पटनायक (Sudarsan Pattnaik) ने रूस में आयोजित अंतरराष्ट्रीय चैंपियनशिप में शुक्रवार को गोल्डन सैंड मास्टर पुरस्कार जीता।
21 कलाकारों ने लिया भाग
इंटरनेशनल सैंड स्क्ल्पचर चैंपियनशिप का आयोजन चार से 12 जुलाई तक सेंट पीटर्सबर्ग में किया गया था। इसमें दुनिया के 21 कलाकारों ने भाग लिया। सुदर्शन ने यह पुरस्कार मिलने पर खुशी जताई है। पटनायक ने 12 फुट ऊंची मूर्ति बनाई थी जिसमें एक रथ और भगवान जगन्नाथ को उनके भक्त बलराम दास के साथ दर्शाया गया था। बलराम दास 14वीं सदी के प्रसिद्ध ओडिया कवि थे।
Jai Jagannath 🙏
— Sudarsan Pattnaik (@sudarsansand) July 12, 2024
My sand chariot of Mahaprabhu Jagannath and His great devotee Balaram Das , Sculpture Won Golden Sand Master Award with Gold medal at International sand sculpture championship/festival 2024 at St.Petersburg, #Russia. pic.twitter.com/CEAiv4FK5d
मास्को स्थित भारतीय दूतावास ने दी बधाई
इस बीच, मास्को स्थित भारतीय दूतावास ने पटनायक को इस उपलब्धि के लिए बधाई दी है। पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित पटनायक ने दुनिया भर में 65 से अधिक अंतरराष्ट्रीय सैंड आर्ट चैंपियनशिप में हिस्सा लिया है। वह रेत से कलाकृतियां बनाकर सामाजिक संदेश देने की कोशिश करते रहे हैं।
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