शरद पवार के घर पर राज्य परिवहन कर्मचारियों ने बोला हमला; पथराव के साथ जमकर नारेबाजी, NCP प्रमुख ने कही यह बात
कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद पवार के घर पर आज लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया प्रदर्शनकारियों में महाराष्ट्र राज्य सड़क परिवहन निगम के कर्मचारी शामिल थे। गुस्साई भीड़ ने शरद पवार के घर पर पत्थर और जूते-चप्पल फेंके। MSRTC आंदोलनकारियों ने पवार के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की।

मुंबई, राज्य ब्यूरो। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद पवार के घर पर आज महाराष्ट्र राज्य सड़क परिवहन निगम (एमएसआरटीसी) के कर्मचारियों ने अचानक हमला बोल दिया। उन्होंने पवार के घर पर पथराव किया और जूते-चप्पल फेंके। कर्मचारियों की मांग है कि उनके महामंडल का विलय राज्य सरकार में किया जाए। बता दें कि शरद पवार दक्षिण मुंबई के ब्रीच कैंडी क्षेत्र में सिल्वर ओक नामक बंगले में रहते हैं। शुक्रवार यानी आज शाम करीब चार बजे महाराष्ट्र राज्य सड़क परिवहन निगम के कर्मचारी कई समूहों में उनके बंगले के सामने जा पहुंचे और महाविकास आघाड़ी सरकार एवं शरद पवार के खिलाफ नारेबाजी करने लगे।
NCP प्रमुख शरद पवार ने कहा
अपने घर के बाहर MSRTC के विरोध पर NCP प्रमुख शरद पवार ने कहा उन्हें गुमराह किया जा रहा है। एसटी कर्मचारी और हमारा बहुत पुराना रिश्ता है, पिछले 40-50 वर्षों में मैंने उनके साथ कोई सत्र नहीं छोड़ा है। इस बार विरोध को गलत रास्ता दिखाया गया और उसका परिणाम आज की घटना है।
MSRTC कर्मचारी हुए बेकाबू
MSRTC कर्मचारीयों का गुस्सा बेकाबू हो गया, जब उन्होंने बंगले के निकट सुरक्षा के लिए लगाई गई बैरीकेड्स भी तोड़ दी। बंगले के निकट पहुंचकर कर्मचारियों ने बंगले पर पथराव किया और जूते-चप्पल भी फेंके। हमले के दौरान शरद पवार की बेटी एवं सांसद सुप्रिया सुले खुद बंगले से बाहर आईं और उग्र कर्मचारियों को शांत करने की कोशिश करती दिखीं। उन्होंने आंदोलनरत कर्मचारियों से बातचीत के जरिए उनकी समस्या का हल निकालने की अपील की।
शरद पवार की बेटी एवं सांसद सुप्रिया आए सामने
MSRTC आंदोलनकारियों का विरोध शांत करने के लिए शरद पवार की बेटी एवं सांसद सुप्रिया सुले उग्र भीड़ के सामने आकर उन्हें समझाने की कोशिश की। उन्होंने आंदोलनकारियों से कहा कि मैं आपसे हाथ जोड़कर विनती कर रही हूं कि कृपया शांत रहिए। मेरे माता-पिता और बच्चे घर पर हैं। इस तरह का व्यवहार न करें।
बाद में सुप्रिया सुले ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि महाराष्ट्र में ऐसा होते मैं पहली बार देख रही हूं। मैं मुंबई पुलिस की शुक्रगुजार हूं कि उन्होंने समय पर कार्रवाई की। नहीं तो आज कुछ दुर्भाग्यपूर्ण हो सकता था। बता दें कि शरद पवार के घर पहुंचे 100 से अधिक आंदोलनकारियों में महिलाएं भी शामिल थीं। बता दें कि शरद पवार को जेड-प्लस श्रेणी की सुरक्षा प्राप्त है।
अब इस हमले से खुफिया विभाग की विफलता पर भी सवाल उठाए जा रहे हैं। पवार के बंगले पर हुए हमले के बाद राज्य के गृहमंत्री दिलीप वलसे पाटिल एवं राज्य सरकार में पर्यटन मंत्री आदित्य ठाकरे उनसे मिलने उनके घर पहुंचे। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने भी पवार से फोन पर बात की। शिवसेना नेता संजय राउत ने भी तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि लोकतंत्र में इस प्रकार का प्रदर्शन शोभा नहीं देता।
बता दें कि एमएसआरटीसी के कर्मचारी पिछले कई महीनों से अपने निगम को राज्य सरकार में विलीन करने की मांग करते हुए हड़ताल पर हैं। सरकार की तरफ से कई बार अपील की जा चुकी है। लेकिन वे हड़ताल खत्म करने को राजी नहीं है। आज इस हमले के बाद खुद शरद पवार ने भी कहा कि वे हमेशा एमएसआरटीसी कर्मचारियों के साथ रहे हैं। लेकिन गलत नेतृत्व के साथ नहीं हैं।
घटना के कुछ देर बाद ही मुंबई पुलिस की एक टीम कर्मचारियों के वकील गुणरत्न सदावर्ते के घर पहुंची और उन्हें हिरासत में ले लिया। उन पर कर्मचारियों को भड़काने का आरोप है। सदावर्ते ने पुलिस की गाड़ी में बैठते हुए चिल्ला कर कहा कि उनकी हत्या हो सकती है, क्योंकि उनकी पत्नी जयश्री ने गृह मंत्री पर आरोप लगाए हैं। बता दें कि पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख के विरुद्ध बांबे हाई कोर्ट ने जिस याचिका पर सीबीआइ जांच का आदेश दिया है, वह याचिका भी सदावर्ते की पत्नी एडवोकेट जयश्री पाटिल ने ही दायर की थी।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।