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    अजमेर में फौजी के घर हुई थी लूट, पुलिस ने आरोपियों को पकड़कर निकाला जुलूस

    Updated: Fri, 28 Nov 2025 05:48 PM (IST)

    किशनगढ़ में बीएसएफ फौजी की पत्नी को बंधक बनाकर लूट करने वाले आरोपियों को पुलिस ने जेल भेजने से पहले जुलूस निकाला। साइबर सेल और गांधीनगर पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई में खुलासा किया कि पड़ोसी महेंद्र सिंह और उसके साथियों ने ही लूट की थी। आरोपियों के पकड़े जाने पर कॉलोनी वासियों ने खुशी मनाई। पुलिस ने 500 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरे खंगाले और सूचना तकनीक का सहारा लिया।

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    अजमेर में फौजी के घर हुई थी लूट पुलिस ने आरोपियों को पकड़कर निकाला जुलूस (फोटो सोर्स- जेएनएन)

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। किशनगढ़ के गांधीनगर पुलिस थाना क्षेत्र स्थित बजरंग कॉलोनी निवासी बीएसएफ में तैनात फौजी घीसू सिंह राठौड़ की पत्नी भंवर कंवर को बंधक बना कर करीब दो लाख से अधिक की नकदी व जेवर लूट की वारदात को अंजाम देने वाले आरोपियों का शुक्रवार को किशनगढ़ थाना पुलिस ने जेल भेजने से पहले नगर में जुलूस निकाला।

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    थानाधिकारी संजय शर्मा ने कहा कि ऐसा इसलिए किया गया कि आमजन में पुलिस के वजूद का विश्वास बना रहे। उन्होंने कहा कि साइबर सेल और गांधीनगर थाना पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में आरोपियों का खुलासा हुआ।

    कॉलोनी वासियों ने मनाई खुशी

    फौजी के घर महिला को बंधक बनाकर लूट की वारदात को अंजाम देने वाला उसका पड़ोसी महेंद्र सिंह और उनके 5 साथी ही निकले। आरोपियों के पकड़े जाने पर शुक्रवार को बजरंग कॉलोनी में ढोल बजाकर कर कॉलोनी वासियों ने खुशी मनाई।

    गौरतलब है कि किशनगढ़ में ऐसा लम्बे अरसे बाद हुआ जब आरोपियों को पुलिस के भारी भरकम जाप्ते के साथ जुलूस के रूप में शहर में निकाला गया। इससे अपराधियों में अपराध के प्रति भय कायम हो सके और आम जन में पुलिस के वजूद का विश्वास बना रहे।

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    थानाधिकारी संजय शर्मा ने बताया कि पड़ोस में रहने वाले महेंद्र सिंह ने अपने भांजे तेजप्रताप सिंह और दोस्त अजय पासवान के साथ मिलकर फौजी के घर महिला भंवर कंवर को बंधक बना कर लूट की योजना बनाई थी। इसका इरादा अजमेर व जयपुर में अन्य वारदातों को अंजाम देने का भी था। इसी इरादे से उसने दिल्ली से मोहम्मद आशिक और उसकी पत्नी पूजा को भी बुलाया गया था।

    कैसे पकड़े गए आरोपी?

    उन्होंने बताया कि साइबर सेल के हेड कांस्टेबल देवेंद्र सिंह और आशीष गहलोत थाना पुलिस के सिपाही रामकमल और सुरेंद्र सिंह ने आईपीएस अजेय सिंह के सुपरविजन में कार्रवाई करते हुए पांचों आरोपियों तक पहुंचने के लिए 500 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरे खंगाले और सूचना तकनीक का सहारा लिया।

    शुक्रवार को आरोपियों की कोर्ट में पेशी से पहले पुलिस ने उनका जुलूस निकाला इससे शहर में जहां से भी जुलूस निकला जाम से लग गया। उधर बजरंग कॉलोनी में अपराधियों के जेल जाने की खुशी में ढोल बजाए गए।