Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Tamil Nadu: अन्ना विश्वविद्यालय दुष्कर्म कांड की जांच करेगी एसआइटी, कोर्ट ने चेन्नई पुलिस को फटकारा

    Updated: Sun, 29 Dec 2024 07:03 AM (IST)

    अन्ना विश्वविद्यालय के परिसर में छात्रा के साथ हुए यौन उत्पीड़न की जांच के लिए मद्रास हाई कोर्ट ने शनिवार को विशेष जांच दल (एसआइटी) के गठन का निर्देश दिया। साथ ही अदालत ने तमिलनाडु के डीजीपी को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि भविष्य में महिलाओं और बच्चों के खिलाफ यौन अपराध के मामलों में एफआइआर लीक न हो।

    Hero Image
    कोर्ट का फैसला, अन्ना विश्वविद्यालय दुष्कर्म कांड की जांच करेगी एसआइटी (सांकेतिक तस्वीर)

     पीटीआई, चेन्नई। अन्ना विश्वविद्यालय के परिसर में छात्रा के साथ हुए यौन उत्पीड़न की जांच के लिए मद्रास हाई कोर्ट ने शनिवार को विशेष जांच दल (एसआइटी) के गठन का निर्देश दिया। एसआइटी की तीनों सदस्य महिला आइपीएस अधिकारी होंगी। अदालत ने पीड़िता की पहचान उजागर करने और प्राथमिकी को लीक करने के लिए चेन्नई पुलिस की खिंचाई की और राज्य सरकार को पीड़िता को 25 लाख रुपये का मुआवजा देने का निर्देश दिया।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    अदालत ने तमिलनाडु के डीजीपी को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि भविष्य में महिलाओं और बच्चों के खिलाफ यौन अपराध के मामलों में एफआइआर लीक न हो। जस्टिस एसएम सुब्रमण्यम और जस्टिस वी. लक्ष्मीनारायण की पीठ ने मामले की जांच सीबीआइ को सौंपने की याचिका पर सुनवाई करते हुए यह आदेश दिया।

    पीठ कहा कि पीड़िता की पढ़ाई प्रभावित नहीं होनी चाहिए

    पीठ कहा कि पीड़िता की पढ़ाई प्रभावित नहीं होनी चाहिए। अन्ना विश्वविद्यालय को उससे कोई फीस नहीं लेनी चाहिए। इस बीच तमिलनाडु के राज्यपाल आरएन रवि शनिवार को अन्ना विश्वविद्यालय पहुंचे और यौन उत्पीड़न की घटना के बारे में जानकारी ली।

    गौरतलब है कि अन्ना विश्वविद्यालय की इंजीनियरिंग छात्रा के साथ 23 दिसंबर को कैंपस के अंदर दो लोगों ने सामूहिक दुष्कर्म किया था। पुलिस ने इस सिलसिले में ज्ञानशेखरन को गिरफ्तार कर लिया है। दूसरे अभियुक्त की तलाश जारी है।

    तथ्यों का पता लगाने के लिए एनसीडब्ल्यू ने बनाई कमेटी

    राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) ने छात्रा से दुष्कर्म मामले में तथ्यों का पता लगाने के लिए शनिवार को कमेटी का गठन किया। कमेटी के सदस्य 30 दिसंबर को चेन्नई का दौरा कर सकते हैं। बयान में कहा गया है कि एनसीडब्ल्यू की अध्यक्ष विजया रहटकर ने जांच करने और कार्रवाई की सिफारिश के लिए कमेटी का गठन किया है। कमेटी में एनसीडब्ल्यू सदस्य ममता कुमारी और सेवानिवृत्त आइपीएस अधिकारी और महाराष्ट्र के पूर्व डीजीपी प्रवीण दीक्षित शामिल हैं।

    कमेटी के सदस्य तथ्यों का पता लगाने और ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोकने के उपायों का प्रस्ताव करने के लिए संबंधित अधिकारियों, पीड़िता, उसके परिवार, दोस्तों और विभिन्न गैर सरकारी संगठनों से भी बातचीत करेंगे। राष्ट्रीय महिला आयोग ने इस घटना में स्वत: संज्ञान लेकर यह कदम उठाया है। एनसीडब्ल्यू ने इस संबंध में तमिलनाडु के डीजीपी को नोटिस भी जारी किया था।

    मुझे नेता के रूप में नहीं, पीडि़ता के भाई के रूप में देखें: अन्नामलाई

    तमिलनाडु प्रदेश भाजपा अध्यक्ष के. अन्नामलाई ने शनिवार को कहा कि उनके प्रदर्शन की तुलना बहन के यौन उत्पीड़न से आक्रोशित भाई के क्रोध से की जानी चाहिए। अन्नामलाई ने अन्ना विश्वविद्यालय में हुई यौन उत्पीड़न की घटना पर लोगों का ध्यान आकर्षित करने के लिए खुद को छह बार कोड़े मारकर शुक्रवार को विरोध जताया था। अन्नामलाई ने कहा, मुझे राजनेता के रूप में न देखें, बल्कि मुझे पीड़ित छात्रा के बड़े भाई के रूप में देखें। यह (खुद पर कोड़ा मारना) एक भाई का क्रोध है, क्योंकि व्यवस्था विफल हो गई है।

    यह भी पढ़ें- चेन्नई की अन्ना यूनिवर्सिटी में इंजीनियरिंग की छात्रा से हैवानियत, क्रिसमस सेलिब्रेशन की कर रही थी तैयारी