सिक्किम में लैंडस्लाइड से आर्मी कैंप तबाह, 3 जवानों की मौत और 6 लापता
सिक्किम के छतेन में भारी बारिश के कारण भूस्खलन हुआ जिससे एक आर्मी कैंप तबाह हो गया। इस घटना में तीन लोगों की मौत हो गई और छह जवान लापता हैं। रक्षा अधिकारियों के अनुसार बचाव दल लापता कर्मियों की तलाश में लगा हुआ है। वहीं मणिपुर में बाढ़ से 3365 घर क्षतिग्रस्त हुए हैं जिसके चलते 31 राहत शिविर खोले गए हैं।

डिजिटल डेस्क, कोलकाता। सिक्किम के मंगन जिले के छातेन में एक सैन्य शिविर में भूस्खलन हुआ, जिसमें 3 जवानों की मौत हो गई और 6 अन्य लापता हैं। हवलदार लखविंदर सिंह, लांस नायक मुनिश ठाकुर और पोर्टर अभिषेक लखड़ा की मौत हुई है। सेना ने राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया है।
लाचुंग में फंसे पर्यटकों का रेस्क्यू
मंगन जिले के जिला अधिकारी अनंत जैन ने बताया कि लाचुंग में फंसे 1000 से अधिक पर्यटकों को सोमवार को सुरक्षित निकाला गया। ये पर्यटक 30 मई से लाचुंग में फंसे हुए थे।
रेस्क्यू ऑपरेशन जारी
भारतीय सेना, एनडीआरएफ और पुलिस की टीमें राहत और बचाव कार्य में जुटी हुई हैं। खराब मौसम और दुर्गम इलाके में राहत कार्य में दिक्कत हो रही है।
सिक्किम के इस जिले के लिए रेड अलर्ट
वहीं सिक्किम सरकार ने हालात को देखते हुए मंगन जिले के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। लगातार हो रही भारी बारिश के कारण तीस्ता नदी में बहुत ज्यादा पानी भर गया, जिससे कई इलाकों में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है।
मंगन के पुलिस अधीक्षक सोनम डेचु भूटिया ने इस मामले में बताया है कि कई स्थानों पर भूस्खलन के कारण सड़कें बंद हो गई हैं। पर्यटकों को अपने होटलों में रहने की सलाह दी गई है।
Damage to vital roads and bridges in North Sikkim after heavy, incessant rain triggered landslides.
There was also a cloudburst in the region on the intervening night of May 30 and 31, after which the Teesta River swelled 35 to 40 ft.#SikkimFloods https://t.co/gjKt1yhgUS pic.twitter.com/fdi6cn3Wjk
— Vani Mehrotra (@vani_mehrotra) June 2, 2025
बचाव अभियान जारी
सिक्किम में में फंसे पर्यटकों को पुलिस, वन कर्मियों और लाचुंग होटल एसोसिएशन की कोशिश से निकाला जा रहा है। इससे पहले बताया गया था सिक्कि में बाढ़ के कारण 32 लोगों की मौत हो गई।
मणिपुर में खोले गए राहत शिविर
वहीं मणिपुर में पिछले चार दिनों में लगातार मूसलाधार बारिश के कारण आई बाढ़ से 3,365 घर तबाह हो गए हैं। ऐसे में लोगों की मुश्किलों को कम करने के लिए 31 राहत शिविर कैंप खोले गए हैं।
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