'मैं गब्बर सिंह के ठिकाने पर गया था...', शोले फिल्म को याद करते हुए क्या बोले एस जयशंकर?
डिजिटल डेस्क नई दिल्ली। 1975 में रिलीज हुई फिल्म शोले 50 साल पूरे करने जा रही है। एस जयशंकर ने फिल्म से जुड़े अपने अनुभव साझा किए। उन्होंने बताया कि वो उस जगह गए थे जहां गब्बर सिंह का ठिकाना था। रामगढ़ गांव का सेट बेंगलुरु के पास रामनगर में बनाया गया था। फिल्म की शूटिंग के लिए निर्माताओं को सड़क बनानी पड़ी थी।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। 15 अगस्त 1975 को रिलीज हुई फिल्म शोले अब 50 साल पूरे करने जा रही है। इस फिल्म के सदाबहार डॉयलॉग दुनियाभर में मशहूर है। फिल्म की 50वीं वर्षगांठ पर एस जयशंकर ने शोले फिल्म से जुड़े अपने अनुभव को साझा किए।
उन्होंने कहा कि मैं वास्तव में उस जगह गया था, जहां फिल्म में गब्बर सिंह (अमजद खान) का ठिकाना बनाया गया था। मैंने वहां एक रिसॉर्ट देखा क्योंकि आज पर्यटन इस हद तक बढ़ गया है कि लोग वास्तव में उन फिल्मों को फिर से जीने की कोशिश करते हैं।"
#WATCH | Delhi: EAM Dr S Jaishankar says, "...This is the 50th anniversary of the movie Sholay. I actually went to the place, which was Gabbar Singh's hideout. I saw a resort there because today tourism has grown to a point where people actually try to relive the movies that, for… pic.twitter.com/dkV5D61tFH
— ANI (@ANI) August 13, 2025
कहां हुई थी फिल्म शोले की शूटिंग?
फिल्म में दिखाया गया 'रामगढ़ गांव' का सेटअप बेंगलुरु के पास एक शहर रामनगर के चट्टानी इलाके में बनाया गया था।
बता दें कि शोले के निर्माताओं को बेंगलुरु हाईवे से लेकर रामनगर तक, एक लंबी सड़क बनानी पड़ी थी, ताकि शूटिंग का सारा सामान और ट्रांसपोटेशन आसानी से हो सके। यहां तक कि शोले के रामगढ़ गांव को भी तैयार किया था, जिसे आर्ट डायरेक्टर राम येडेकर ने बनाया था। फिल्म हिट होने के बाद देश-विदेश से लोग इस साइट पर पहुंचने लगे।
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