Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    'यहां कोई आतंकी अड्डा नहीं...', पाकिस्तान को थरूर ने सुनाई खरी-खरी; चीन को भी घेरा

    Updated: Thu, 05 Jun 2025 08:29 PM (IST)

    कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने अमेरिका में पाकिस्तान को आतंकवाद के मुद्दे पर घेरा। उन्होंने चीनी तकनीक के इस्तेमाल पर पाकिस्तान को जवाब दिया। थरूर ने कहा कि पाकिस्तान ने चीनी तकनीक का इस्तेमाल किया जिसके बाद भारत ने अपनी रणनीतियों को फिर से तैयार किया। उन्होंने कहा कि चीन का पाकिस्तान में बड़ा हित है खासकर चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा।

    Hero Image
    शशि थरूर ने अमेरिका में पाकिस्तान को आतंकवाद के मुद्दे पर घेरा। (फोटो- पीटीआई)

    एएनआई, नई दिल्ली। अमेरिका पहुंचे भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने एक बार फिर से आतंकवाद के मुद्दे पर पाकिस्तान को घेरा है। इस प्रतिनिधिमंडल के मुखिया और कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने पाकिस्तान के साथ चीनी मुद्दे पर भी बात की। इस दौरान उन्होंने इस मुद्दे पर तगड़ा जवाब दिया।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    दरअसल, जब उनसे पूछा गया कि क्या भारत चीनी तकनीक के खिलाफ अच्छी स्थिति में है या फिर पुनर्मूल्यांकन चल रहा है। इस सवाल का जवाब देते हुए कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान हमने देखा कि पाकिस्तानियों ने चीनी तकनीक का इस्तेमाल किया। उन्होंने कहा कि लड़ाई के दौरान ही हमने आकलन करना शुरू कर दिया।

    जानिए क्या बोले शशि थरूर

    कांग्रेस नेता शशि थरूर ने एक सवाल का जवाब देते हुए कहा कि जब हमने देखा कि पाकिस्तानियों ने चीनी तकनीक का इस्तेमाल करके क्या करने की कोशिश की, जैसा कि आप कहते हैं, तो एक किल चेन नामक चीज होती है जिसमें चीनी विशेषज्ञ होते हैं, जिसमें रडार, जीपीएस, विमान और मिसाइल सभी एक साथ जुड़े होते हैं। ये सभी तुरंत प्रतिक्रिया करते हैं।

    थरूर ने आगे कहा कि हमने बस चीजों को अलग तरीके से किया। हम अगर ऐसा नहीं करते तो हम 11 हवाई अड्डों पर हमला नहीं कर पाते, और हम चीनी आपूर्ति को उनके बचाव में सेंध नहीं लगा पाते। हमारी प्रतिक्रिया से स्पष्ट है कि जब लड़ाई हो रही थी, तब आकलन हो रहा था और हम अपनी रणनीतियों को फिर से तैयार कर रहे थे ताकि हम इसे प्रभावी ढंग से समाप्त कर सकें।

    वहीं, शशि थरूर ने यह भी कहा कि पाकिस्तान की ओर से अंधाधुंध गोलीबारी की गई। यह नहीं होनी चाहिए थी। हमने पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर हमला किया। भारत पर हमला करने के लिए किसी प्रकार का कोई आंतकी ठिकाना नहीं है। तो आप क्या हमला करते हैं? आप नागरिकों पर हमला करते हैं।

    'पाकिस्तान के प्रति चीन की काफी प्रतिबद्धता'

    शशि थरूर ने कहा कि सच तो यह है कि पाकिस्तान में चीन का बहुत बड़ा हित है। बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव की सबसे बड़ी परियोजना पाकिस्तान में है, चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा। इसलिए हमें इस बात को लेकर कोई भ्रम नहीं है कि चीन पाकिस्तान के प्रति कितनी प्रतिबद्धता महसूस कर रहा है।

    पाकिस्तान की संलिप्तता के सबूत मांगे गए थे?

    वहीं, शशि थरूर से एक सवाल किया गया, जिसमें पूछा गया कि क्या किसी देश ने प्रतिनिधिमंडल से पहलगाम हमले में पाकिस्तान की संलिप्तता के सबूत मांगे थे? इसके जवाब में शशि थरूर ने कहा कि मुझे यह बताते हुए काफी खुशी है कि इस संबंध में किसी ने कोई सबूत नहीं मांगे थे।

    थरूर ने कहा कि मैं बहुत स्पष्ट रूप से कहना चाहता हूं कि भारत ने बिना पुख्ता सबूत के ऐसा नहीं किया होगा, लेकिन तीन खास वजहें थीं जिनकी ओर मैं आप सभी का ध्यान आकर्षित करना चाहता हूं। पहली वजह यह है कि हमारे यहां पाकिस्तान की ओर से बार-बार आतंकी हमलों का 37 साल का पैटर्न रहा है, जिसके साथ-साथ बार-बार इनकार भी किया जाता रहा है।

    उन्होंने कहा कि अमेरिकी यह नहीं भूले हैं कि पाकिस्तान को कथित तौर पर यह नहीं पता था कि ओसामा बिन लादेन कहां है, जब तक कि वह एक छावनी शहर में सेना के शिविर के ठीक बगल में एक पाकिस्तानी सुरक्षित घर में नहीं मिला। वह पाकिस्तान है। मुंबई हमले- उन्होंने इससे कोई लेना-देना होने से इनकार किया, इसलिए हम जानते हैं कि पाकिस्तान क्या है। वे करेंगे आतंकवादियों को भेजने के मामले में वे तब तक इनकार करते रहेंगे जब तक कि वे वास्तव में रंगे हाथों पकड़े नहीं जाते।