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    शशि थरूर ने जमकर की आडवाणी की तारीफ, नेहरू और इंदिरा गांधी पर की चौंकाने वाली टिप्पणी

    Updated: Sun, 09 Nov 2025 04:13 PM (IST)

    कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने भाजपा नेता लाल कृष्ण आडवाणी का बचाव करते हुए कहा कि सार्वजनिक सेवा के वर्षों के बाद, किसी व्यक्ति को केवल एक घटना के आधार पर आंकना गलत है। उन्होंने नेहरू और इंदिरा गांधी का उदाहरण दिया। थरूर ने आडवाणी को जन्मदिन की बधाई दी और उनकी सार्वजनिक सेवा के प्रति समर्पण की प्रशंसा की। एक वकील की आलोचना पर थरूर ने कहा कि आडवाणी के साथ भी वैसा ही व्यवहार होना चाहिए।

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    एलके आडवाणी के साथ शशि थरूर की पुरानी तस्वीर।

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने भाजपा के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी का बचाव किया है। दरअसल, आडवाणी को जन्मदिन की बधाई देने पर एक वकील ने ऑनलाइन उनकी कड़ी आलोचना की थी।

    उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्रियों जवाहरलाल नेहरू और इंदिरा गांधी का उदाहरण देते हुए कहा कि सालों तक सार्वजनिक सेवा करने के बाद किसी एक घटना के आधार पर किसी व्यक्ति को जज करना गलत है। भाजपा के संस्थापक सदस्य और 2002-2004 के दौरान देश के उप प्रधानमंत्री रहे आडवाणी कल 98 साल के हो गए।

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    शशि थरूर ने दी आडवाणी को जन्मदिन की बधाई

    उन्हें उनके खास दिन पर बधाई देते हुए थरूर ने वरिष्ठ नेता के साथ अपनी एक पुरानी फोटो शेयर की, जिसमें उन्होंने आडवाणी को एक सच्चा राजनेता बताया, जिनकी सेवा भरी जिंदगी मिसाल है और जो सार्वजनिक सेवा के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं।

    उन्होंने पोस्ट में लिखा, "आदरणीय एलके आडवाणी जी को 98वें जन्मदिन की बहुत-बहुत शुभकामनाएं! सार्वजनिक सेवा के प्रति उनका अटूट समर्पण, उनकी विनम्रता और शालीनता, और आधुनिक भारत की दिशा तय करने में उनकी भूमिका अविस्मरणीय है। एक सच्चे राजनेता जिनका सेवा भरा जीवन अनुकरणीय रहा है।"

    इस पर वरिष्ठ वकील संजय हेगड़े ने अलग राय रखते हुए कहा, "सॉरी मिस्टर थरूर, इस देश में 'नफरत के ड्रैगन बीज' बोना (खुशवंत सिंह के शब्दों में) सार्वजनिक सेवा नहीं है।" मशहूर लेखक और पत्रकार सिंह ने एक सार्वजनिक सभा में आडवाणी की आलोचना करने के लिए इस फ्रेज का इस्तेमाल किया था, जिसका जिक्र उनकी किताब 'द एंड ऑफ इंडिया' में भी है।

    थरूर ने दिया ये जवाब

    लेकिन थरूर इस बात से सहमत नहीं थे। उन्होंने तर्क दिया कि किसी नेता की सालों की सेवा को सिर्फ एक घटना तक सीमित नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा, "उनकी सालों की सेवा को सिर्फ एक घटना तक सीमित करना, चाहे वह कितनी भी महत्वपूर्ण क्यों न हो, गलत है। नेहरूजी के पूरे करियर को चीन की हार से नहीं आंका जा सकता और न ही इंदिरा गांधी के करियर को सिर्फ इमरजेंसी से। मेरा मानना है कि हमें आडवाणीजी के साथ भी वैसा ही बर्ताव करना चाहिए।"

    थरूर को पहले भी अपनी ही पार्टी के अंदर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप से मुलाकात की तारीफ करने पर आलोचना का सामना करना पड़ा था।

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