डिजिटल फोरेंसिक और साइबर सिक्योरिटी में क्षमता निर्माण हेतु SEBI और NFSU के बीच हुआ समझौता ज्ञापन
भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) और राष्ट्रीय न्यायालयिक विज्ञान विश्वविद्यालय (NFSU) के बीच 24 नवंबर 2025 को एक समझौता ज्ञापन हुआ। इसका उद्देश्य साइबर सुरक्षा और डिजिटल फॉरेंसिक में सेबी की क्षमताओं को बढ़ाना है। इस समझौते से सेबी अधिकारियों को विशेष प्रशिक्षण मिलेगा और डिजिटल फॉरेंसिक क्षमताओं को सुदृढ़ किया जाएगा। प्रो. (डॉ.) एस.ओ. जुनारे और अनिंद्य कुमार दास ने इस पर हस्ताक्षर किए।
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डिजिटल फोरेंसिक और साइबर सिक्योरिटी में क्षमता निर्माण हेतु SEBI और NFSU के बीच हुआ समझौता ज्ञापन (फोटो सोर्स- जेएनएन)
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) ने राष्ट्रीय न्यायालयिक विज्ञान विश्वविद्यालय (NFSU), गांधीनगर के साथ दिनांक 24 नवम्बर 2025 को एक समझौता ज्ञापन (MoU) किया, जिसका उद्देश्य पारस्परिक शैक्षणिक गतिविधियों को प्रोत्साहित करना है।
यह समझौता ज्ञापन साइबर सुरक्षा, डिजिटल फॉरेंसिक तथा फॉरेंसिक अकाउंटिंग के क्षेत्र में विशेष प्रयोगशालाओं के माध्यम से SEBI की डिजिटल फॉरेंसिक क्षमताओं को सुदृढ़ करने का लक्ष्य रखता है। यह समझौता ज्ञापन प्रो. (डॉ.) एस.ओ. जुनारे, परिसर निदेशक, NFSU और अनिंद्य कुमार दास, मुख्य महाप्रबंधक, SEBI द्वारा हस्ताक्षरित किया गया।
कौन-कौन रहा मौजूद?
प्रो. (डॉ.) एस.ओ. जुनारे, परिसर निदेशक-NFSU ने कहा कि 'पद्मश्री'से सम्मानित डॉ. जे.एम. व्यास, कुलपति-NFSU के दूरदर्शी नेतृत्व में यह महत्वपूर्ण सहयोग SEBI अधिकारियों की डिजिटल फॉरेंसिक, साइबर सुरक्षा और संबंधित क्षेत्रों में विशेषज्ञता को विशेष प्रशिक्षण के माध्यम से विकसित करेगा।
साथ ही, SEBI की डिजिटल फॉरेंसिक क्षमताओं को अत्याधुनिक संरचना सुविधाओं के विकास या परामर्श प्रदान कर मुंबई अथवा SEBI की आवश्यकता अनुसार अन्य स्थानों पर सुदृढ़ किया जाएगा। यह समझौता ज्ञापन के दौरान सी.डी. जाडेजा, कार्यपालक कुलसचिव‑NFSU; सत्यजीत जवारे, डीजीएम‑SEBI; विभिन्न स्कूलों के डीन और एसोसिएट डीन भी उपस्थित थे।

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