मोदी-पुतिन और चिनफिंग की 'महामुलाकात', चीन में दिखी गहरी दोस्ती से उड़ जाएगी US राष्ट्रपति की नींद
प्रधानमंत्री मोदी ने रूस के राष्ट्रपति पुतिन से द्विपक्षीय वार्ता की जिसमें आर्थिक वित्तीय और ऊर्जा क्षेत्र में सहयोग पर चर्चा हुई। मोदी ने यूक्रेन में संघर्ष को समाप्त करने के प्रयासों का स्वागत करते हुए शांति स्थापित करने का आग्रह किया। पुतिन ने यूक्रेन-रूस युद्ध को समाप्त करने में भारत और चीन की भूमिका की प्रशंसा की। दोनों नेताओं ने भारत-रूस शिखर सम्मेलन के लिए प्रतिबद्धता जताई।

जयप्रकाश रंजन, नई दिल्ली। चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग के साथ मुलाकात के 24 घंटे के बाद पीएम नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ द्विपक्षीय बैठक की।
राष्ट्रपति ट्रंप की शुल्क नीति की वजह से भारत और अमेरिका के संबंधों में घुल रहे तनाव को देखते हुए मोदी की रूस और चीन की सरकारों के प्रमुखों के साथ मुलाकात को भारत की तरफ से ट्रंप प्रशासन को दिए जाने वाले संकेत के तौर पर देखा जा रहा है।
भारत और रूस हमेशा कंधा मिलाकर चले: पीएम
पुतिन के साथ बैठक को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा, “कठिन से कठिन परिस्थितियों में भी भारत और रूस हमेशा कंधे से कंधा मिलाकर चले हैं।”
वैश्विक विशेषज्ञ इसे ट्रंप प्रशासन के बढ़ते दबाव के बीच भारत की तरफ से “पुशबैक” के तौर पर देखा जा रहा है। मोदी और पुतिन के बीच ऊर्जा सहयोग पर भी बात हुई है जो इस बात का संकेत है कि रूस से तेल की खरीद को लेकर भारत अपनी नीति में कोई बदलाव नहीं करने जा रहा है, जैसा कि राष्ट्रपति ट्रंप चाहते हैं।
पुतिन और चिनफिंग से पीएम मोदी की मुलाकात
पीएम मोदी ने एससीओ के शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए चीन के शहर तियानजन में हैं। वहीं पर उनकी पुतिन, चिनफिंग समेत कई वैश्विक नेताओं से मुलाकात हुई है। शिखर सम्मेलन में जिस गर्मजोशी से तीनों नेताओं के बीच मुलाकात हुई है उसको लेकर भी काफी चर्चाएं हैं।
एक ही कार से पीएम मोदी और पुतिन ने की सवारी
बैठक की शुरुआत से पहले मोदी, चिनफिंग और पुतिन को एक जगह पर आपस में काफी खुशगवार मिजाज के साथ बात करते हुए देखा गया। बाद में इस आयोजन स्थल से पुतिन और मोदी एक ही कार से वार्ता स्थल की तरफ रवाना हुए।
मोदी ने बाद में कहा, “मैं हमेशा अनुभव करता हूं कि आपको मिलना मतलब एक यादगार मीटिंग होती है। बहुत-सी चीजों की जानकारियों का आदान प्रदान करने का अवसर मिलता है। हम लगातार संपर्क में रहे हैं। दोनों पक्षों के बीच नियमित रूप से कई उच्च स्तरीय बैठकें भी हुई है। इस वर्ष दिसंबर में हमारी 23वीं समिट के लिए 140 करोड़ भारतीय उत्सुकतापूर्वक आपका इंतजार कर रहे हैं।”
पीएम मोदी ने यूक्रेन का मुद्दा भी उठाया
मोदी ने पुतिन के सामने यूक्रेन का मुद्दा उठाते हुए कहा, “यूक्रेन में चल रहे संघर्ष के विषय में हम लगातार चर्चा करते रहे हैं। हाल में किए गए शांति के सभी प्रयासों का हम स्वागत करते हैं। हम आशा करते हैं कि सभी पक्ष रचनात्मक तौर पर आगे बढ़ेंगे। संघर्ष को जल्द से जल्द खत्म करने और स्थायी शांति स्थापित करने का रास्ता खोजना होगा। यह पूरी मानवता की पुकार है।”
यूक्रेन के राष्ट्रपति से पीएम मोदी ने फोन पर की थी बात
सनद रहे कि पुतिन से मुलाकात से दो दिन पहले ही पीएम मोदी ने यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की से टेलीफोन पर बात की थी। जेलेंस्की ने मोदी से आग्रह किया था कि जब वह पुतिन से मुलाकात करें तो उनसे युद्ध विराम पर बात करें। राष्ट्रपति पुतिन ने सोमवार को जब एससीओ सम्मेलन को संबोधित किया तो उसमें यूक्रेन-रूस युद्ध को समाप्त करने के लिए भारत व चीन की भूमिका की प्रशंसा की।
जानिए दोनों दिग्गजों के बीच किन मुद्दों पर हुई चर्चा
विदेश मंत्रालय की तरफ से बताया गया है कि दोनों नेताओं ने आर्थिक, वित्तीय व ऊर्जा क्षेत्र से जुड़े द्विपक्षीय संबंधों पर विस्तार से बात की है और हाल के समय में इन सभी क्षेत्रों में प्रगति पर संतोष जताया है। भारत व रूस के बीच विशेष व रचनात्मक साझेदारी को और ज्यादा मजबूत बनाने को लेकर मोदी और पुतिन ने प्रतिबद्धता जताई है। पीएम मोदी ने रूस के राष्ट्रपति को इस साल के अंत में भारत-रूस शिखर सम्मेलन के लिए आमंत्रित किया।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।