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    'दास अंकल आप हमेशा...', स्कूल के चपरासी ने आखिरी बार बजाई घंटी तो स्टूडेंट्स ने दी भावुक विदाई

    Updated: Sun, 19 Oct 2025 02:24 PM (IST)

    बेंगलुरु के बिशप कॉटन स्कूल के चपरासी दास अंकल का 38 साल की सेवा के बाद आखिरी बार घंटी बजाने का वीडियो वायरल हो रहा है। घंटी बजते ही छात्रों ने तालियां बजाकर उन्हें भावुक विदाई दी। सोशल मीडिया पर लोग दास अंकल के समर्पण और सेवा को याद कर रहे हैं, जो दशकों से स्कूल की धड़कन थे।

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    38 साल सर्विस करने के बाद रिटायर हुए दास अंकल।

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। सोशल मीडिया पर एक दिल छू लेने वाला वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें बेंगलुरु के बिशप कॉटन स्कूल के चपरासी 38 साल की सर्विस के बाद आखिरी बार घंटी बजाता है। घंटी की आवाज स्कूल के मैदान में गूंजी तो ये स्टूडेंट्स और देखने वालों के दिलों में गहराई तक उतरी और पूरे कैंपस में एक भावुक पल देखने को मिला।

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    इंस्टाग्राम पर एक यूजर की ओर से शेयर किए गए इस वीडियो को 19 मिलियन से ज्यादा व्यूज मिल चुके हैं। इसमें वह इमोशनल पल दिखाया गया है जब दास अंकल आखिरी बार स्कूल की घंटी बजाते हैं। जब वह यह काम करते हैं तो उनके चेहरे पर कई तरह के इमोशन और हल्की मुस्कान दिखती है। जैसे ही घंटी बजती है, स्टूडेंट्स दिल से तालियां बजाते हैं और खुशी मनाते हैं। इसके बाद एक बहुत ही इमोशनल और यादगार पल देखने को मिलता है।

    'अंकल ने आखिरी बार बजाई घंटी'

    पोस्ट के कैप्शन में लिखा है, "38 साल बाद दास अंकल ने अपनी आखिरी घंटी बजाई। वो आदमी जिसने कॉटन्स में हर सुबह हर याद को यादगार बनाया। उनकी मुस्कान, उनका शांत समर्पण, उनकी मौजूदगी - ये सब स्कूल की धड़कन का हिस्सा था। आज, जब उन्होंने अपनी आखिरी घंटी बजाई, हम उन्हें सेलिब्रेट करते हैं। वो अंकल जिन्होंने समय को भी जाना-पहचाना महसूस कराया।" दास अंकल के बेटे ने एक इमोशनल कमेंट करते हुए कहा कि उनके पिता दशकों से "स्कूल की धड़कन" थे।

    लोगों ने गुमनाम हीरो को किया याद

    इस वीडियो ने स्कूल की दीवारों के बाहर भी लोगों के दिल को छुआ। कमेंट में कई लोगों ने अपने स्कूल के दिनों के गुमनाम हीरो की दिल को छू लेने वाली यादें शेयर कीं और बताया कि कैसे चपरासी, गार्ड के शांत समर्पण ने हमेशा याद रहने वाला असर छोड़ा। उनकी सेवा के छोटे-मोटे काम, जिन्हें अक्सर नजरअंदाज कर दिया जाता है, कई लोगों के बचपन का कभी न भूलने वाला हिस्सा बन जाता है।

     
     
     
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