EVM से छेड़छाड़ मामले पर आठ हफ्ते बाद सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई
ईवीएम से छेड़छाड़ मामले पर सुनवाई के लिए सुप्रीम कोर्ट में आठ हफ्ते बाद सुनवाई की तारीख निश्चित की गयी है।
नई दिल्ली (जेएनएन)। सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन से छेड़छाड़ के मुद्दे पर सुनवाई करते हुए निर्देश दिया कि मामले की एक्सपर्ट से जांच करायी जाए। कोर्ट आठ हफ्ते बाद मामले की सुनवाई करेगा। हालांकि कोर्ट की ओर से सुनवाई के लिए कोई निश्चित तारीख नहीं दी गयी है। याचिका को कोर्ट में वकील मनोहर लाल शर्मा की ओर से दाखिल की गयी थी।
मामले को मुख्य न्यायधीश जगदीश सिंह खेहर के समक्ष पेश करते हुए वकील मनोहर लाल शर्मा ने अपील की कि मामले की सुनवाई को लेकर एक निश्चित तारीख दी जाए। जिस पर कोर्ट की ओर से आठ हफ्तों बाद सुनवाई की बात कही गयी।
हाल ही में सुप्रीम कोर्ट की ओर से मामले को लेकर केंद्र सरकार को एक नोटिस जारी करते हुए शर्मा की याचिका पर चार हफ्तों में जवाब दाखिल करने का निर्देश दिया था। दरअसल कोर्ट जानना चाहता है कि क्या साफ्टवेयर एक्सपर्ट की मदद से ईवीएम मशीनों में गड़बड़ी की जा सकती है।
गौरतलब है कि ईवीएम से छेड़छाड़ के मुद्दे पर राजनेताओं ने भी सवाल उठाए हैं। उत्तर प्रदेश चुनाव के बाद बसपा सुप्रीमो मायावती की ओर से ईवीएम में गड़बड़ी की बात उठायी गयी थी। इस मुद्दे पर मायावती की ओर से विपक्षी दलों के नेताओं अरविंद केजरीवाल और हरीश रावत का साथ मिला। राज्यसभा में कांग्रेस के नेता गुलाम नबी आजाद की ओर से इस मुद्दे को उठाया गया। जिस पर सत्ता पक्ष की ओर से कहा गया कि अगर ऐसा होता तो पंजाब में कांग्रेस कैसे जीत जाती। इस पर गुलाम नबी आजाद ने कहा कि वो पंजाब समेत सभी पांचो राज्यों में दोबारा चुनाव कराने को लेकर तैयार हैं। आम चुनावों में ईवीएम से वोटिंग का चलन वर्ष 2000 से हुआ।
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