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    Success Story: शादी के बाद घरेलू हिंसा का PCS बनकर दिया जवाब, गरीबी में गुजरा सविता प्रधान का बचपन

    By Jagran NewsEdited By: Sonu Gupta
    Updated: Mon, 24 Apr 2023 06:53 PM (IST)

    सविता मूलरूप से मध्यप्रदेश के मंडी गांव की रहने वाली हैं। वह अपने ही जिले से प्राथमिक शिक्षा पूरी की। सविता को शादी के बाद घरेलू हिंसा का सामना करना पड़ा। उन्हें सुसराल में रहते हुए कई बंदिशों को भी झेलना पड़ा था।

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    शादी के बाद घरेलू हिंसा का PCS बनकर दिया जवाब।

    नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। सिविल सेवा की परीक्षा देश की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक है। इसकी तैयारी करने वाले छात्रों पर दबाव अधिक होता है, जिससे बाहर निकलने के लिए खुद को मोटिवेट रखना जरूरी होता है। ऐसे में छात्रों को बिना दबाव के निरंतर इस परीक्षा की तैयारी करते रहना और कुछ लोगों के संघर्ष से प्रेरणा लेते हुए किसी भी परिस्थिति में सकारात्मक बने रहने में मदद मिलती है।

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    पीसीएस से दिया घरेलू हिंसा का जवाब

    आज हम आपको मध्यप्रदेश की सविता प्रधान गौड़ की कहानी बताने जा रहे हैं, जिनका बचपन आर्थिक परेशानी में गुजरा और बहुत ही कम उम्र में ही शादी हो गई। इस दौरान उन्हें घरेलू हिंसा का भी सामना करना पड़ा था। सविता ने अपने ऊपर हुए हिंसा का जवाब PCS बनकर जवाब दिया।

    मध्यप्रदेश के मंडी गांव की रहने वाली हैं सविता

    सविता मूलरूप से मध्यप्रदेश के मंडी गांव की रहने वाली हैं। वह अपने ही जिले से प्राथमिक शिक्षा पूरी की। डीएनए रिपोर्ट के मुताबिक, सविता के स्कूल जाने पर उनके माता-पिता को स्कॉरशिप मिल जाती थी। इसी स्कॉलरशिप से सविता अपनी पढ़ाई पूरी की। सविता का स्कूल घर से दूर था। स्कूल जाने के लिए दो रुपये किराया लगता था। ऐसे में रुपये नहीं होने के कारण सविता अपने स्कूल के लिए कई बार पैदल ही निकल जाती थी।

    शादी के बाद घरेलू हिंसा का करना पड़ा सामना

    सविता जब पढ़ ही रही थी तभी उनके माता-पिता के पास एक बड़े परिवार का रिश्ता आया, जिसके बाद परिवार ने सविता की शादी उस बड़े परिवार में कर दी। कम उम्र में ही सविता की शादी हो गई। डीएनए की रिपोर्ट के मुताबिक, शादी के बाद उन्हें घरेलू हिंसा का सामना करना पड़ा। उन्हें सुसराल में रहते हुए कई बंदिशों को भी झेलना पड़ा था। सविता के दो बेटे थे, लेकिन वह लगातार घरेलू हिंसा का सामना कर रही थी। ऐसे में एक दिन परेशान होकर वह अपने दोनों बेटों को लेकर ससुराल से निकल गई।

    ब्यूटी पार्लर में किया काम

    सविता ने ससुराल छोड़ने के बाद एक ब्यूटी पार्लर में काम किया। ब्यूटी पार्लर में काम करते-करते सविता ने इंदौर विश्वविद्यालय से अपनी पढ़ाई पूरी की। पढ़ाई करने के साथ-साथ उन्होंने सिविल सेवाओं की तैयारी भी शुरू कर दी थी, जिससे वह अधिकारी बन सके। सविता लगातार अपनी तैयारी करती रहीं और वह इस परीक्षा में सफल होकर पीसीएस अधिकारी भी बन गईं।

    PCS बनकर दिया जवाब ससुराल वालों को जवाब

    सविता ने सिविल सेवाओं की तैयारी की और इसमें सफलता प्राप्त करते हुए वह PCS बन गई। अधिकारी बनने के बाद भी उनके ससुराल पक्ष की ओर से उन्हें परेशान किया जाता था, जिसके बाद उन्होंने परेशान होकर अपने ससुराल पक्ष पर मुकदमा दर्ज कराया और अपने पति से तलाक भी ले लिया। वर्तमान में सविता मध्यप्रदेश में शहरी प्रशासन में ज्वाइंट डायरेक्टर के पद पर कार्यरत हैं और उनकी दूसरी शादी हो गई है।