संदेशखाली मामले का मुख्य गवाह सड़क हादसे में घायल, केंद्रीय मंत्री ने ममता सरकार पर उठाए सवाल
शेख शाहजहां मामले में CBI और ED के एक अहम गवाह सड़क दुर्घटना में घायल हो गए। गवाह कोर्ट में पेश होने जा रहे थे तभी एक ट्रक ने उनकी कार को टक्कर मार दी ...और पढ़ें
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सुकांत मजूमदार ने ममता सरकार पर उठाए सवाल
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। शेख शाहजहां से जुड़े मामले के सीबीआइ और ईडी का एक अहम गवाह सड़क दुर्घटना में बुरी तरह घायल हो गया। बुधवार सुबह जब वह गवाही देने के लिए कोर्ट जा रहे थे, तभी एक ट्रक ने उनकी कार को टक्कर मार दी।
इस टक्कर में गवाह के बेटे और ड्राइवर की मौत हो गई। इस मामले को लेकर भारत सरकार में शिक्षा एवं उत्तर पूर्वी क्षेत्र विकास राज्य मंत्री सुकांत मजूमदार ने ममता सरकार पर तीखा हमला बोला है।
संदेशखाली मामले के गवाह सड़क हादसे में घायल
उन्होंने इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्म 'एक्स' पर पोस्ट कर कहा कि जब किसी राज्य में कानून व्यवस्था बनाए रखने से ज्यादा अपराधियों को बचाना जरूरी हो जाता है और जब मुख्यमंत्री खुद ऐसे अपराधियों को बचाने के लिए बेताब दिखती हैं तो इससे ज्यादा आकर्षक और क्या हो सकता है?
उन्होंने कहा कि शेख शाहजहां मामले में एक अहम गवाह आज संदेशखाली के नजात इलाके में एक भयानक घटना में बुरी तरह घायल हो गया। मीडिया रिपोर्ट्स से पता चलता है कि दो अन्य लोगों की जान चली गई।
गवाह के बेटे और ड्राइवर की मौत
शेख शाहजहां मामले में मंगलवार को कोर्ट की सुनवाई बहुत अहम थी। उन्होंने कहा कि मुख्य गवाहों में से एक, भोला घोष, अपने बेटे के साथ कोर्ट में पेश होने के लिए निकला था, लेकिन रास्ते में सामने से आ रहे ट्रक ने उनकी कार को जोरदार टक्कर मार दी।
भोला के बेटे और ड्राइवर की मौके पर ही मौत हो गई। गंभीर रूप से घायल भोला घोष को पहले एक स्थानीय अस्पताल ले जाया गया और बाद में कोलकाता शिफ्ट कर दिया गया।
केंद्रीय मंत्री ने ममता सरकार पर उठाए सवाल
सुकांत मजूमदार के मुताबिक, ट्रक अब्दुल हलीम मोल्ला जो शाहजहां के सबसे करीबी साथियों में से एक है और उसका साथी नजरुल मोल्ला ट्रक चला रहा था। अब्दुल हलीम मोल्ला लंबे समय से सीबीआइ की भगोड़ा लिस्ट में शामिल है, इसलिए यह साफ है कि यह कोई हादसा नहीं था, बल्कि हत्या की एक सोची-समझी साजिश थी।
उन्होंने आगे कहा कि यह घटना दिखाती है कि कुख्यात अपराधी शेख शाहजहां जेल में होने के बावजूद कैसे सिस्टमैटिक तरीके से अहम गवाहों को खत्म कर रहा है और यह अंदाजा लगाना मुश्किल नहीं है कि इतनी सावधानी से प्लान की गई हत्या किसके संरक्षण में की जा रही है।

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