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    Sanatana Controversy: उदयनिध‍ि को महंगी न पड़ जाए सनातन धर्म पर टिप्‍पणी, SC में याचिका; FIR दर्ज करने की मांग

    तमिलनाडु सरकार में मंत्री उदयनिधि स्टालिन की सनातन धर्म को समाप्त करने वाली टिप्पणी का मामला सुप्रीम कोर्ट की चौखट तक आ पहुंचा है। इसी बीच दिल्ली के एक वकील ने सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दाखिल कर उदयनिधि स्टालिन के खिलाफ एफआईआर की मांग की। साथ ही पुलिस के खिलाफ भी कार्रवाई की मांग की गई। दरअसल उदयनिधि ने सनातन धर्म के खिलाफ विवादित टिप्पणी की थी।

    By AgencyEdited By: Anurag GuptaUpdated: Thu, 07 Sep 2023 08:51 PM (IST)
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    तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन (फाइल फोटो)

    नई दिल्ली, एएनआई। तमिलनाडु सरकार में मंत्री उदयनिधि स्टालिन (Udhayanidhi Stalin) की 'सनातन धर्म' को समाप्त करने वाली टिप्पणी का मामला सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) की चौखट तक आ पहुंचा है। बता दें कि दिल्ली के एक वकील ने सुप्रीम कोर्ट में एक आवेदन दायर कर उदयनिधि स्टालिन के खिलाफ 'एफआईआर' की मांग की।

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    क्या है पूरा मामला?

    तमिलनाडु की द्रमुक सरकार में युवा कल्याण मंत्री उदयनिधि स्टालिन ने हाल ही में सनातन धर्म को विवादित टिप्पणी की थी। जिसके बाद उनकी चौतरफा आलोचना हो रही है। इसके बावजूद वह अपने बयान पर अड़े हुए है। इसी बीच दिल्ली के एक वकील ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया और उदयनिधि के खिलाफ एफआईआर की मांग की।

    सनातन धर्म के अनुयायी हैं वकील विनीत

    वकील विनीत जिंदल ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर कहा कि वह सनातन धर्म के अनुयायी हैं और उदयनिधि के नफरती भाषण से बेहद दुखी हैं।

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    याचिका में कहा गया है कि आवेदक ने दिल्ली पुलिस आयुक्त के पास पहले ही शिकायत दर्ज कर द्रमुक नेता के खिलाफ दंडात्मक प्रावधानों के तहत कार्रवाई की मांग की।

    समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, याचिकाकर्ता ने सुप्रीम कोर्ट के पहले के एक आदेश का उल्लेख किया। याचिका में कहा गया कि दिल्ली और चेन्नई पुलिस के खिलाफ अवमानना की कार्रवाई की मांग की, क्योंकि पुलिस ने नफरती भाषण के खिलाफ स्वत: संज्ञान लेते हुए एफआईआर दर्ज नहीं की।