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    Ink Attack On Rakesh Tikait: संयुक्त किसान मोर्चा ने टिकैत पर स्याही फेंकने वालों को सख्त सजा देने की मांग की

    By Praveen Prasad SinghEdited By:
    Updated: Mon, 30 May 2022 10:19 PM (IST)

    किसान नेता राकेश टिकैत पर सोमवार को कुछ शरारती तत्वों ने काली स्याही फेंक कर उनका पूरा चेहरा काला कर दिया। बेंगलुरु के गांधी भवन में आयोजित किसान संगठनों के सम्मेलन में इस हमले के बाद हंगामा हो गया।

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    आयोजकों ने स्याही प्रकरण के लिए किसान नेता कोडिहल्ली चंद्रशेखर पर अपना शक जताया है।

    नई दिल्ली, पीटीआई: संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) ने सोमवार को बेंगलुरु में भारतीय किसान यूनियन (BKU) के प्रवक्ता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) पर स्याही फेंकने वालों के लिए सख्त सजा की मांग की है। किसानों की 40 से अधिक यूनियन के संगठन ने यह भी मांग की कि ‘इस लापरवाही के दोषी’ पुलिस अधिकारियों को निलंबित किया जाए और मामले में न्यायिक जांच का आदेश दिया जाए।

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    एसकेएम ने आरोप लगाया कि कर्नाटक सरकार ने टिकैत के लिए सुरक्षा के कोई बंदोबस्त नहीं किए थे। उसने कहा, ‘मुख्य आरोपी की कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा, भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष विजयेंद्र, मौजूदा गृह मंत्री अरागा ज्ञानेंद्र और सिंचाई मंत्री गोविंद करजोल के साथ तस्वीर ने अब यह साफ कर दिया है कि यह हमला भाजपा द्वारा प्रायोजित था।’

    गौरतलब है कि बेंगलुरु के गांधी भवन में सोमवार को किसान संगठन द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान बदमाशों ने टिकैत पर स्याही फेंकी, जिसके बाद तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया।

    घटना के तुरंत बाद कार्यक्रम के आयोजकों और बदमाशों के बीच झड़पें हुई, जिससे दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर प्लास्टिक की कुर्सियों से हमला किया। इसके बाद बदमाशों ने कथित तौर पर ‘मोदी, मोदी’ के नारे लगाए।

    एसकेएम ने एक बयान में कहा, ‘‘यह भी स्पष्ट है कि भाजपा सरकार ने एक टेलीविजन चैनल के पिछले कुछ दिनों से किसानों के आंदोलन के खिलाफ दुष्प्रचार अभियान के कारण तनावपूर्ण माहौल के बावजूद सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं किए थे।’’

    उसने कहा कि इस हमले को छोटी-सी घटना के तौर पर नजरअंदाज करना उचित नहीं है, क्योंकि टिकैत पर पहले भी कई बार ‘हमले’ किए गए हैं।

    बयान में कहा गया है, ‘‘राकेश टिकैत को सुरक्षा मुहैया करायी जानी चाहिए। इस घटना ने एक बार फिर भाजपा का किसान विरोधी चेहरा दिखा दिया है। किसान जानते हैं कि इस सरकार को शांतिपूर्ण और लोकतांत्रिक तरीकों से कैसे सबक सिखाना है।’’

    ज्ञानेंद्र ने इस आरोप से इनकार किया कि टिकैत पर हमला करने वाले लोग भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता थे।

    कर्नाटक के गृह मंत्री ने कहा, ‘‘हम अधिकारियों के संपर्क में हैं। तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है और उनसे पूछताछ की जा रही है। मैं इस कृत्य की निंदा करता हूं। सभी को संविधान के तहत अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का अधिकार मिला है।’’