Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    जिंदगी की जंग हार गई सलोनी, आक्रोशित परिजनों ने एंबुलेंस से नहीं उतारने दिया शव; पड़ोसियों ने घर में लगाई थी आग

    By Jagran News NetworkEdited By: Kapil Kumar
    Updated: Mon, 23 Jun 2025 11:57 AM (IST)

    हापुड़ में 16 जून को पड़ोसियों द्वारा ज्वलनशील पदार्थ से जलाई गई सलोनी की दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गई। शनिवार देर रात उसकी मौत के बाद रविवार को शव हापुड़ लाए जाने पर परिजनों और भीड़ ने एंबुलेंस रोककर हंगामा किया। पुलिस के आश्वासन के बाद ही शव घर पहुंचाया जा सका। इस मामले में पांच लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज है, जिनमें से एक आरोपी गिरफ्तार हो चुका है और चार फरार हैं। यह घटना पुरानी रंजिश का परिणाम थी। सलोनी अपने पीछे पति और दो छोटी बेटियां छोड़ गई है।

    Hero Image

    जागरण संवाददाता, हापुड़। हापुड़ में देहात थाना क्षेत्र के शिवनगर मोहल्ले में 16 जून की देर रात को पड़ोसियों ने घर में घुसकर सलोनी पर ज्वलनशील पदार्थ डालकर उसे आग लगा दी थी। उसके बाद से उसका दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में उपचार चल रहा था। करीब एक सप्ताह तक जिंदगी की लड़ाई लड़ रही सलोनी शनिवार देर रात मौत से हार गई और उसकी उपचार के दौरान मौत हो गई।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    वहीं, रविवार की शाम को सलोनी का शव नगर में लाया गया तो स्वजन समेत भीड़ ने एंबुलेंस को शिवनगर मोहल्ले के बाहर ही रोक दिया। साथ ही उन्होंने हंगामा करना शुरू कर दिया। इस दौरान उन्होंने शव को एंबुलेंस से उतरने नहीं दिया। भीड़ की पुलिस के साथ जमकर नोकझोंक भी हुई। एंबुलेंस से सलोनी का शव मोहल्ले के बाहर करीब पौने पांच बजे पहुंचा। एंबुलेंस पहुंचने से पहले सलोनी के स्वजन व भीड़ मोहल्ले के बाहर ही खड़ी थी। जैसे ही एंबुलेंस मोहल्ले के बाहर पहुंची तो उन्होंने उसका घेराव कर लिया। भीड़ ने एंबुलेंस को मोहल्ले के अंदर नहीं जाने दिया और उन्होंने हंगामा करना शुरू कर दिया।

    सूचना पर तत्काल सीओ जितेंद्र कुमार शर्मा, कोतवाली थाना प्रभारी मुनीष प्रताप सिंह, थाना देहात प्रभारी विजय कुमार गुप्ता व महिला थाना प्रभारी अरुणा राय भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए। वहां पहुंचते ही उन्होंने भीड़ को समझाने का काफी प्रयास किया, लेकिन वह नहीं माने। इस दौरान करीब एक घंटे तक लगातार हंगामा चलता रहा। पुलिस ने सलोनी के स्वजन व भीड़ को आश्वासन दिया कि वह मामले में जल्द से जल्द कार्रवाई करते हुए आरोपितों को गिरफ्तार कर लेंगे। किसी प्रकार आश्वासन देने के बाद भीड़ को शांत किया जा सका। जिसके बाद एंबुलेंस से सलोनी के शव को घर तक पहुंचाया जा सका। मोहल्ले में तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए सुबह से ही पुलिस को तैनात किया हुआ था।

     

    पांच आरोपितों के खिलाफ दर्ज है रिपोर्ट

    सलोनी के ससुर फूल सिंह ने पड़ोस में रहने वाले मुकेश, गंगाराम, भोपाल, श्रीपाल व मुकेश के साले के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। जिसमें उन्होंने बताया था कि यह सभी उनसे रंजिश रखते हैं और 16 जून की रात करीब डेढ़ बजे उनकी पुत्रवधू सलोनी अपनी दो पुत्रियों के साथ कमरे में सो रही थी। सभी आरोपित छत के रास्ते के रास्ते से मकान में दाखिल हुए और पुत्रवधू पर ज्वलीनशील पदार्थ डालकर उसमें आग लगा दी। इनमें से पुलिस ने आरोपित मुकेश को गिरफ्तार कर लिया है। जबकि चार आरोपित अभी फरार चल रहे हैं। स्वजन ने आरोप लगाया था कि करीब डेढ़ माह पहले सलोनी के पति दीपू की मुकेश के साथ बाइक खड़ी करने को लेकर विवाद हुआ था। मुकेश ने बाइक खड़ी करने का विरोध करते हुए दीपू की मां के साथ मारपीट करदी थी। पुलिस से इसकी शिकायत करने पर दोनों पक्षों ने थाने में तहरीर भी दी थी।

    अपने पीछे दो पुत्रियों को छोड़ गई सलोनी

    सलोनी अपने पीछे पति दीपू समेत दो वर्षीय पुत्री रिया व चार वर्षीय निया को छोड़ गई है। रविवार को शव जैसे ही घर पहुंचा तो दोनों बच्चों समेत पति व अन्य स्वजन का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। मौके पर सलोनी के मायके पक्ष के गिरधारीनगर मोहल्ले के भी लोग बड़ी संख्या में उपस्थित थे। जो स्वजन को सांत्वना दे रहे थे। वहां मौजूद हर किसी की आंखों में नही थी।

    जल्द गिरफ्तार होंगे आरोपित

    इस मामले में सीओ जितेंद्र शर्मा का कहना है कि हंगामा करने वाले लोगों को शांत करा दिया गया था। जल्द से जल्द फरार चल रहे आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। इसके लिए पुलिस टीम को लगाया हुआ है।