सबरीमाला मंदिर में चोरी हुए सोने का खुल गया राज, इस काम में किया जाना था इस्तेमाल
सबरीमाला अय्यप्पन मंदिर में सोने की चोरी के मामले में नया मोड़ आया है। मंदिर के प्रायोजक उन्नीकृष्णन पोट्टी बचे हुए सोने का उपयोग एक लड़की की शादी में करना चाहते थे जिसके लिए उन्होंने त्रावणकोर देवस्वोम बोर्ड को पत्र लिखा था। विवाद गर्भगृह के बाहर द्वारपालकों की मूर्तियों पर सोने की प्लेट चढ़ाने को लेकर है जिसमें चोरी के आरोप लगे हैं।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। सबरीमाला अय्यप्पन मंदिर में सोने की कथित चोरी के मामले में नया मोड़ शामे आया है। एनडीटीवी की एक रिपोर्ट के अनुसार, मंदिर के प्रायोजक, उन्नीकृष्णन पोट्टी मंदिर के बचे हुए सोने का इस्तेमाल एक लड़की की शादी में करना चाहते थे। इस संबंध में उन्होंने 9 दिसंबर, 2019 को त्रावणकोर देवस्वोम बोर्ड (टीडीबी) को एक चिट्ठी लिखकर बचे हुए सोने का इस्तेमाल करने के बारे में जानकारी दी थी।
मंदिर के प्रायोजक उन्नीकृष्णन पोट्टी ने बताया था कि मंदिर के मुख्य द्वार और द्वारपालक पर सोने की प्लेटों का काम पूरा होने के बाद भी उनके पास कुछ अतिरिक्त सोना बचगया है। जिसके सही उपयोग के लिए पोट्टी ने टीबीडी से सलाह मांगी थी। साथ ही उन्होंने पत्र में ये भी लिखा था कि वो ईद बचे हुए सोने से एक लड़की की शादी कराना चाहते हैं।
क्या है पूरा विवाद?
पूरा विवाद सबरीमाला अय्यप्पन मंदिर के गर्भगृह के बाहर द्वारपलकों की मूर्तियों पर सोने की प्लेट चढ़ने को लेकर शुरू हुआ। इन मूर्तियों पर सोने की चोरी और गड़बड़ी के आरोप लगाए गए। विपक्ष ने आरोप लगाया कि टीडीबी ने इन शीटों को मरम्मत के लिए हटाकर उन्नीकृष्णन पोट्टी नाम के प्रायोजक को सौंप दिया था। कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कथित सोना चोरी को लेकर मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन के नेतृत्व वाली केरल सरकार से जवाबदेही की मांग की है और घटना पर संदेह व्यक्त किया है। केरल हाईकोर्ट ने इस संबंध में विजिलेंस जांच का आदेश दिया। जिसमे मंदिर से 4।54 किलोग्राम सोने की कथित चोरी की बात सामने आई। जिसकी कीमत करीब 7 करोड़ थी।
अदालत ने SIT का किया गठन
इस हफ्ते की शुरुआत में, अदालत ने सोने की प्लेटों के वजन में कमी से जुड़ी कथित गड़बड़ी की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (SIT) के गठन का निर्देश दिया था। टीडीबी विजिलेंस ने इस संबंध में पोट्टी का बयान दर्ज किए जाने के एक दिन बाद, जांच का नेतृत्व पूर्व पुलिस अधीक्षक एस शशिधरन करेंगे वहीं अपराध शाखा प्रमुख अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजीपी) एच वेंकटेश इसकी निगरानी करेंगे। इस टीम में साइबर विशेषज्ञों सहित तीन निरीक्षक भी शामिल होंगे।
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