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    सबरीमाला में द्वारपालक की मूर्तियों में अनियमितता मामले में कोर्ट की सख्ती, जांच के लिए किया SIT का गठन

    Updated: Fri, 10 Oct 2025 04:00 AM (IST)

    केरल हाईकोर्ट के आदेश पर सबरीमाला मंदिर के द्वारपालक मूर्तियों के सोने के वजन में कमी की जांच के लिए एसआइटी गठित की गई है। एडीजीपी एच. वेंकटेश के नेतृत्व में यह दल अनियमितताओं की जांच करेगा। कोर्ट ने त्रावणकोर देवस्वोम बोर्ड को रिपोर्ट दाखिल करने का निर्देश दिया है, जिसके बाद एसआइटी जांच शुरू करेगी।

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    सबरीमाला में द्वारपालक की मूर्तियों में अनियमितता मामले में कोर्ट की सख्ती (फाइल)


    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। केरल हाईकोर्ट के आदेश पर सबरीमाला मंदिर के श्रीकोविल (गर्भगृह) के दोनों ओर स्थित द्वारपालक (संरक्षक देवता) की मूर्तियों पर लगे सोने की परत वाले ताम्र-पट्टों के वजन में कमी की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआइटी) का गठन किया गया है।

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    एडीजीपी एच. वेंकटेश के नेतृत्व वाली यह एसआइटी इस मामले में अनियमितताओं की पड़ताल करेगी। 2019 में मूर्तियों को मरम्मत के लिए भेजने के बाद से सोने के वजन में कमी पाई गई थी। गृह विभाग के आदेश के अनुसार, इस जांच दल का नेतृत्व अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (अपराध शाखा एवं कानून व्यवस्था) एच. वेंकटेश करेंगे और यह दल अनियमितता से संबंधित सभी पहलुओं की जांच करेगा।

    कोर्ट के निर्देशों का पालन करेगी एसआइटी

    आदेश में कहा गया है, ''एडीजीपी की निगरानी में केईपीए, त्रिशूर के सहायक निदेशक (प्रशासन) एस. शशिधरन द्वारा जांच की जाएगी।'' एसआइटी के अन्य अधिकारियों में वाकाथनम के पुलिस निरीक्षक अनीश, कैप्पमंगलम के पुलिस निरीक्षक बीजू राधाकृष्णन और तिरुवनंतपुरम साइबर पुलिस के सहायक उप-निरीक्षक सुनील कुमार शामिल हैं। एसआइटी को हाईकोर्ट द्वारा जारी सभी निर्देशों का पालन करने का निर्देश दिया गया है।

    कोर्ट ने रिपोर्ट दाखिल करने का निर्देश दिया

    जस्टिस राजा विजयराघवन वी. और जस्टिस केवी जयकुमार की पीठ ने सोमवार को त्रावणकोर देवस्वोम बोर्ड (टीडीबी) के मुख्य सतर्कता एवं सुरक्षा अधिकारी को शुक्रवार को एक रिपोर्ट दाखिल करने का निर्देश दिया, जिसके बाद एसआइटी अपनी जांच शुरू करेगी।

    इससे पहले, टीडीबी के मुख्य सतर्कता और सुरक्षा अधिकारी ने इस अनियमितता के संबंध में अदालत के निर्देशानुसार प्रारंभिक जांच की थी, जब उन्हें 2019 में इलेक्ट्रोप्लेटिंग (परत चढ़ाने) के लिए चेन्नई स्थित फर्म 'स्मार्ट क्रिएशन' को भेजा गया था।

    (समाचार एजेंसी पीटीआई के इनपुट के साथ)