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    ट्रंप टैरिफ का नहीं पड़ेगा कोई प्रभाव, चुनौती को अवसर में बदल सकता है भारत: RSS

    Updated: Sun, 31 Aug 2025 10:00 PM (IST)

    राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के रामलाल ने कहा कि भारत अमेरिका के टैरिफ चुनौतियों को अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के अवसर में बदल सकता है। उन्होंने व्यापारिक नेताओं से कहा कि भारत पर पहले भी प्रतिबंध लगे थे पर वह दृढ़ रहा। रामलाल ने सरकार औद्योगिक संगठनों और लोगों से मिलकर काम करने का आह्वान किया।

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    टैरिफ की ये चुनौती एक अवसर है- रामलाल

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। आत्मनिर्भरता के लिए एक मजबूत प्रस्ताव रखते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय संपर्क प्रमुख रामलाल ने कहा कि भारत पर अमेरिका के लगाए गए 50 प्रतिशत टैरिफ की चुनौतियों को अपने अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने और वैश्विक नेता बनने के अवसर में बदल सकता है।

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    व्यापारिक नेताओं, नीति निर्माताओं और विदेशी निवेशकों के एक सम्मेलन में संघ के वरिष्ठ नेता रामलाल ने कहा कि इस प्रकार के ''प्रतिबंध'' भारत पर पहले भी लगाए गए थे जब 1998 में एक परमाणु परीक्षण किया गया था, लेकिन देश ने दृढ़ता से खड़े होकर प्रगति के मार्ग पर आगे बढ़ना जारी रखा। तब के प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने कहा था कि भारत ऐसा देश है जो घास की 'रोटी' खाकर भी लड़ाई कर सकता है। उन्होंने कहा कि प्रतिबंधों का भारत पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।

    टैरिफ की ये चुनौती एक अवसर है- रामलाल

    संघ के अखिल भारतीय संपर्क प्रमुख ने कहा,''मैं आज के प्रतिबंधों और इस टैरिफ युद्ध के बारे में कुछ नहीं कहना चाहता। यह कितनी देर चलेगा या नहीं चलेगा, इसका अनुमान नहीं लगाया जा सकता। लेकिन अगर भारत आत्मविश्वास के साथ खड़ा है, तो यह चुनौती एक अवसर है। यह हम पर निर्भर करता है कि हम इस अवसर का उपयोग करें या धमकियों से डरें।''

    चौथी औद्योगिक क्रांति का नेतृत्व भारत करेगा- रामलाल

    रामलाल ने सरकार, औद्योगिक संगठनों और आम लोगों से एक साथ आने का आह्वान कर कहा, 'प्रगति तब होती है जब ये तीनों समान दिशा में सोचते हैं।' उन्होंने कहा कि भारत का स्वभाव डरने का नहीं है। भारत का स्वभाव चुनौतियों में अवसर खोजने और उनका उपयोग करने का है। हम अवसरों को संकल्प में बदलते हैं। अगर चौथी औद्योगिक क्रांति दुनिया में कहीं होती है, तो भारत इसका नेतृत्व करेगा।

    उन्होंने कहा कि दुनिया के लोग मानते हैं कि आज भारत सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था है। स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा देने और अपनाने के लिए रामलाल ने भारत को आत्मनिर्भर बनाने की बात की और सरकार से उद्योग के अनुकूल नीतियों को बनाने का आह्वान किया। उन्होंने निवेशकों को आकर्षित करने के लिए देश भर में कानून-व्यवस्था की स्थिति में सुधार की आवश्यकता पर भी जोर दिया।

    (समाचार एजेंसी पीटीआई के इनपुट के साथ)

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