बंगाल में सीएए अभियान में आरएसएस भी भाजपा के साथ, हिंदू शरणार्थियों को नागरिकता दिलाने पर रहेगा जोर
बंगाल में अगले साल विधानसभा चुनाव से पहले मतुआ वोटरों (शरणार्थी) को साधने के लिए विपक्षी भाजपा द्वारा संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) पर जोर दिया जा रहा है। वहीं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) भी बंगाल में इस काम में भाजपा के साथ मिलकर एक अभियान के रूप में सीएए से जुड़े लक्ष्य को हासिल करने के लिए साथ आया है।

राज्य ब्यूरो, जागरण, कोलकाता। बंगाल में अगले साल विधानसभा चुनाव से पहले मतुआ वोटरों (शरणार्थी) को साधने के लिए विपक्षी भाजपा द्वारा संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) पर जोर दिया जा रहा है।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) भी बंगाल में इस काम में भाजपा के साथ मिलकर एक अभियान के रूप में सीएए से जुड़े लक्ष्य को हासिल करने के लिए साथ आया है। गुरुवार को संघ के अखिल भारतीय सह प्रचार प्रमुख प्रदीप जोशी की मौजूदगी में कोलकाता में आरएसएस और भाजपा की एक महत्वपूर्ण समन्वय बैठक हुई।
बैठक में इस बात पर रहा जोर
सूत्रों के मुताबिक, उस बैठक में सबसे ज्यादा जोर सीएए के तहत ज्यादा से ज्यादा हिंदू शरणार्थियों को नागरिकता दिलाने पर रहा।
मालूम हो कि धार्मिक उत्पीड़न के चलते दशकों पहले पड़ोसी देश बांग्लादेश से आकर बंगाल के विभिन्न जिलों में बड़ी संख्या में बसे मतुआ समुदाय के लोगों को नागरिकता दिलाने के लिए भाजपा ने हाल में कई सीएए सहायता शिविर शुरू किया है। ये शिविर विशेषकर उत्तर 24 परगना जिले के मतुआ बहुल इलाकों में शुरू किए गए हैं।
कई जिलों में मतुआ वोटरों का खासा प्रभाव
इनके माध्यम से सीएए के तहत नागरिकता के लिए ऑनलाइन आवेदन करने की सुविधा सहित प्रक्रिया में स्थानीय भाजपा नेताओं व कार्यकर्ताओं द्वारा सहयोग किया जा रहा है। बांग्लादेश की सीमा से सटे उत्तर 24 परगना व नदिया सहित आसपास के कई जिलों में मतुआ वोटरों का खासा प्रभाव है।
बैठक में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष शमिक भट्टाचार्य भी मौजूद रहे
समन्वय बैठक में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष शमिक भट्टाचार्य भी मौजूद थे। बैठक में भाजपा के राष्ट्रीय संगठन महासचिव बीएल संतोष भी कोलकाता आए थे। संघ की ओर से अखिल भारतीय सह प्रचार प्रमुख प्रदीप जोशी मौजूद थे।
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