तमिलनाडु में 45 स्थानों पर RSS ने किया पथ संचलन, पुलिस सुरक्षा के बीच कार्यक्रम शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न
सुप्रीम कोर्ट ने 11 अप्रैल को राज्य की तीन याचिकाओं को खारिज कर दिया था। इसके साथ अदालत ने अपने आदेश में आरएसएस को राज्य के कई इलाकों में कुछ शर्तों के साथ मार्च निकालने पर अपनी सहमति दे दी।

चेन्नई, पीटीआई। सुप्रीम कोर्ट द्वारा तमिलनाडु सरकार की अपील खारिज किए जाने के बाद राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) रविवार को तमिलनाडु में 45 स्थानों पर पथ संचलन किया। पुलिस सुरक्षा के बीच कार्यक्रम शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुआ। चेन्नई, मदुरै, कांचीपुरम और चेंगलपेट सहित राज्य के विभिन्न हिस्सों में कार्यक्रम आयोजित किया गया।
RSS ने पिछले साल दो अक्तूबर को मार्च निकालने की मांगी थी अनुमति
आरएसएस ने पिछले साल दो अक्टूबर को मार्च निकालने की अनुमति मांगी थी। लेकिन राज्य की द्रमुक सरकार ने केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से पापुलर फ्रंट आफ इंडिया (पीएफआइ) व उसके कई सहयोगी ग्रुपों पर बैन लगाए जाने के बीच कानून और सुरक्षा व्यवस्था का हवाला देते हुए अनुमति नहीं दी थी। सुप्रीम कोर्ट ने 11 अप्रैल को राज्य की तीन याचिकाओं को खारिज कर दिया था। इसके साथ अदालत ने अपने आदेश में आरएसएस को राज्य के कई इलाकों में कुछ शर्तों के साथ मार्च निकालने पर अपनी सहमति दे दी।
संगठन ने एक बयान में कहा गया
पिछले 27 मार्च को सुनवाई के बाद मद्रास हाई कोर्ट के आदेश पर सुप्रीम कोर्ट ने अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था। इस बीच, आरएसएस ने कहा कि पथ संचलन उसके नियमित प्रशिक्षण का हिस्सा है। संगठन ने एक बयान में कहा कि अच्छी तरह से प्रशिक्षित स्वयंसेवक संगठन के सदस्य हैं। इनमें दैनिक वेतन भोगी, छात्र से लेकर पेशेवर, कारखाने, कार्यालय कर्मचारी शामिल हैं। उनके अन्य संगठनों के साथ काम करने वाले स्वयंसेवक भी हिस्सा लेते हैं।
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