रिजर्व बैंक के गवर्नर ने महंगाई के लिए गरीबों को जिम्मेदार ठहराया
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के बाद अब भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर डी सुब्बाराव ने खाद्य महंगाई में वृद्धि के लिए गांव में रहने वाले गरीब लोगों को जिम्मे ...और पढ़ें

बेंगलूर। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के बाद अब भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर डी सुब्बाराव ने खाद्य महंगाई में वृद्धि के लिए गांव में रहने वाले गरीब लोगों को जिम्मेदार ठहराया है। उनके मुताबिक पहले के मुकाबले ग्रामीणों की आय में वृद्धि हुई है और वे खाने पर ज्यादा खर्च करने लगे हैं।
रविवार को फेडरेशन ऑफ कर्नाटक चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के एक कार्यक्रम में सुब्बाराव ने कहा कि पिछले पांच वर्षो से ज्यादा समय से ग्रामीण इलाकों में रहने वाले लोगों के खाने की आदतें बेहतर हुई हैं। उन्होंने ज्यादा दूध, मांस, अंडा और फल खाना शुरू किया है और इसी वजह से खाने की चीजों की कीमतें बढ़ रही हैं। आरबीआइ के गवर्नर ने कहा कि हमारे पास इस बात के प्रमाण हैं। पिछले पांच वर्षो में ग्रामीणों की आय में प्रति वर्ष 20 फीसद की दर से वृद्धि हो रही है और यही वजह है कि वे खाने पर ज्यादा खर्च करने लगे हैं।
गौरतलब है कि पिछले वर्ष योजना आयोग के उपाध्यक्ष मोंटेक सिंह अहलूवालिया ने कहा था कि जो 32 रुपये रोज कमाने वाला गरीब नहीं है। इस बयान पर काफी बवाल हुआ था। इसी तरह दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने कहा था कि एक परिवार के राशन के लिए 600 रुपये काफी हैं।
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