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टिकट, बोर्डिग पास पर मोदी के फोटो पर रेल, विमानन मंत्रालय से मांगा जवाब

चुनाव आयोग ने रेलवे के टिकट और एयर इंडिया के बोर्डिग पास पर पीएम मोदी की तस्वीरों के इस्तेमाल पर रेल मंत्रालय और विमानन मंत्रालय से जवाब तलब किया है।

By Arun Kumar SinghEdited By: Published: Wed, 27 Mar 2019 11:54 PM (IST)Updated: Thu, 28 Mar 2019 03:13 AM (IST)
टिकट, बोर्डिग पास पर मोदी के फोटो पर रेल, विमानन मंत्रालय से मांगा जवाब
टिकट, बोर्डिग पास पर मोदी के फोटो पर रेल, विमानन मंत्रालय से मांगा जवाब

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। चुनाव आयोग ने आचार संहिता लागू होने के बाद भी रेलवे के टिकट और एयर इंडिया के बोर्डिग पास पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीरों के इस्तेमाल पर रेल मंत्रालय और विमानन मंत्रालय से जवाब तलब किया है। साथ ही दोनो से इस लापरवाही का कारण बताने और जिम्मेदार अफसरों के विरुद्ध कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।

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रेलवे टिकटों पर पीएम की तस्वीर की शिकायत तृणमूल कांग्रेस ने चुनाव आयोग से की थी। जबकि एयर इंडिया के बोर्डिग पास पर पीएम के चेहरे का मसला पंजाब के पूर्व डीजीपी शशिकांत ने ट्वीट कर उठाया था, जिसकी जानकारी मीडिया के जरिए आयोग को मिली थी। इसी के बाद आयोग ने दोनो मंत्रालयों से इस लापरवाही का कारण पूछते हुए जिम्मेदारी तय करने को कहा है।

इस विषय में पूछे जाने पर रेल मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, 'हमें चुनाव आयोग का पत्र कुछ रोज पहले मिला था। जिसके तुरंत बाद ऐसे टिकटों की बिक्री तत्काल प्रभाव से बंद करने के आदेश जारी कर दिए थे।' ये पूछे जाने पर कि आखिर आचार संहिता के बारे में पता होने के बावजूद ये चूक कैसे हुई, अधिकारी ने कहा कि चुनाव से पहले ही सभी जोन को आचार संहिता के अनुपालन संबंधी सामान्य निर्देश जारी कर दिए गए थे।

लेकिन व्यावहारिक अड़चनों के कारण कुछ जगहों पर इनके अनुपालन में विलंब हुआ। उदाहरण के लिए दक्षिण मध्य रेलवे में 20 मार्च तक ऐसे टिकट बिक रहे थे। ऐसा नई स्टेशनरी उपलब्ध न होने तथा यात्रियों को असुविधा से बचाने की विवशता के कारण हुआ।

अधिकारी के मुताबिक देश भर में रोजाना 15 लाख आरक्षित टिकट बिकते हैं। जिनमें साढ़े तीन लाख काउंटर वाले टिकट होते हैं। पीएम का फोटो इन्हीं पर छपे ग्रामीण विकास मंत्रालय के विज्ञापन के हिस्से के तौर पर था। रेलवे स्वयं टिकटों पर विज्ञापन नहीं छापता। बल्कि एजेंसी को इसका अनुबंध दिया जाता है।

इसलिए विज्ञापन की छपाई रोकने में कुछ समय लग जाता है। कुछ बिना तस्वीरों वाले छोटे विज्ञापन रोजाना बिकने वाले ढाई करोड़ अनारक्षित टिकटों पर भी होते हैं। चुनाव आयोग के अधिकारियों को इस संबंध में स्थिति स्पष्ट कर दी गई है। उन्हें बताया गया है कि जानबूझकर कोई गलती नहीं की गई है। रेलवे की ओर से आयोग को शीघ्र ही आधिकारिक उत्तर भेजा जाएगा।

उधर, एयर इंडिया ने भी चुनाव आयोग का पत्र मिलने के तुरंत बाद बोर्डिग पास पर वाइब्रैंट गुजरात संबंधी विज्ञापन में पीएम मोदी और गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी की तस्वीरें छापना बंद कर दिया है। वो भी रेलवे जैसी ही दलीलें दे रहा है। एयर इंडिया से संबधित जवाब विमानन मंत्रालय चुनाव आयोग को भेजेगा।


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