Republic Day: मिस्त्र के राष्ट्रपति का द्रौपदी मुर्मू ने किया स्वागत, जानिए इससे पहले कौन-कौन रहे मुख्य अतिथि?
Republic Day 2023 26 जनवरी 2023 को भारत अपना 74वां गणतंत्र दिवस मना रहा है। इस मौके पर हर साल की तरह एक भव्य परेड का आयोजन किया जाएगा। परेड को देखने के लिए मुख्य अतिथि के रूप में अन्य देशों के गणमान्य व्यक्तियों को आमंत्रित करने की परंपरा है।
नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। Republic Day 2023: 26 जनवरी 2023 को भारत अपना 74वां गणतंत्र दिवस मना रहा है। इस मौके पर हर साल की तरह राजधानी दिल्ली के कर्तव्य पथ पर देश के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, रक्षा मंत्री और अन्य गणमान्य व्यक्तियों की मौजूदगी में देश की ताकत और संस्कृति की एक झलक दिखलाने के लिए भव्य परेड (Republic Day parade) का आयोजन होगा। इस परेड को देखने के लिए मुख्य अतिथि के रूप में अन्य देशों के प्रमुखों और गणमान्य व्यक्तियों को आमंत्रित करने की परंपरा भी है।
गणतंत्र दिवस के मुख्य अतिथि मिस्त्र के राष्ट्रपति
74वें गणतंत्र दिवस के मुख्य अतिथि मिस्त्र के राष्ट्रपति अब्दुल फतह अल-सीसी है। आज उनका राष्ट्रपति भवन में पारंपरिक तरीके से स्वागत किया गया। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता बागची ने ट्वीट कर जानकारी दी कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्रपति भवन में मिस्र के राष्ट्रपति अल सीसी का पारंपरिक स्वागत किया है। बता दें कि मिस्त्र के राष्ट्रपति के साथ एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल भी आया है। यह पहला मौका है जब मिस्र के राष्ट्रपति को गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर आमंत्रित किया गया है।
विदेश मंत्रालय ने जारी की 'मुख्य अतिथि' को लेकर दिलचस्प जानकारी
आरटीआई के तहत एक आवेदन के जवाब में विदेश मंत्रालय (एमईए) ने गणतंत्र दिवस परेड के 'मुख्य अतिथि' के बारे में कुछ दिलचस्प डेटा शेयर किया है, जिसको जानना आपके लिए भी काफी जरूरी है। आपको शायद इस बात की जानकारी नहीं होगी, लेकिन देश के इन 10 मौकों पर कोई भी गणतंत्र दिवस पर 'चीफ गेस्ट' के रूप में शामिल नहीं हुआ था। क्या था इसके पीछे का कारण?
इन वर्षों में गणतंत्र दिवस परेड पर नहीं आया कोई मुख्य अतिथि
भारत सरकार हर साल एक विदेशी नेता को गणतंत्र दिवस परेड के अवसर पर आमंत्रित करती है। जानकारी के लिए बता दें कि पाकिस्तान के गवर्नर जनरल मलिक गुलाम मुहम्मद पहले व्यक्ति थे जिन्होंने राजपथ, नई दिल्ली में गणतंत्र दिवस परेड में मुख्य अतिथि के रूप में भाग लिया था। गणतंत्र दिवस परेड में 10 मौकों को छोड़कर भारत में हमेशा कोई न कोई मुख्य अतिथि आता रहा। लेकिन इन वर्षों में, 1952, 1953, 1956, 1957, 1959, 1962, 1964, 1966, 1967 और 1970 में आरडी परेड के लिए भारत में कोई मुख्य अतिथि नहीं था।
मुख्य अतिथि किस देश से आए सबसे ज्यादा?
गणतंत्र दिवस का परेड देखने मुख्य अतिथि के रूप में सबसे ज्यादा एशिया, यूरोप, अफ्रीका और अमेरिका देश शामिल है। वहीं, सबसे अधिक बार मुख्य अतिथि के रूप में अगर कोई देश शामिल हुआ तो वो फ्रांस है।
बता दें कि फ्रांस के एक गणमान्य व्यक्ति पांच बार गणतंत्र दिवस पर मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। फ्रांस के बाद, भूटान (चार) और मॉरीशस (तीन) बार मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुआ। ब्राजील, इंडोनेशिया, नेपाल, नाइजीरिया, पाकिस्तान, ब्रिटेन और तत्कालीन यूगोस्लाविया के गणमान्य व्यक्ति दो-दो अवसरों पर मुख्य अतिथि रहे। वहीं, पाकिस्तान के एक गणमान्य व्यक्ति दो अवसरों पर मुख्य अतिथि थे।
मुख्य अतिथि विश्व के किस भाग से सबसे ज्यादा आए
1950 के दशक में केवल एशिया के गणमान्य व्यक्तियों को ही आमंत्रित किया गया था। 1960 के दशक से यूरोपीय गणमान्य व्यक्तियों को आमंत्रित करना शुरू किया गया। 1960, 1970 और 1980 के दशक में यूरोपीय गणमान्य व्यक्तियों को सबसे ज्यादा बार मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया।
जब ईरानी राष्ट्रपति बने थे मुख्य अतिथि
भारत में वर्ष 2003 में पहली बार गणमान्य व्यक्तियों के रूप में ईरानी राष्ट्रपति सैयद मोहम्मद खातमी को मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया था। पूर्व फ्रांसीसी राष्ट्रपति जैक्स शिराक, भूटान के चौथे राजा जिग्मे सिंग्ये वांगचुक और पूर्व यूगोस्लाविया के राष्ट्रपति जोसिप टीटो, उन गणमान्य व्यक्तियों में शामिल है, जिन्हें मुख्य अतिथि के रूप में रिपब्लिक डे परेड में दो बार आमंत्रित किया गया। चीन एकमात्र देश है, जिसे वर्ष 1958 के बाद से मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित नहीं किया गया।