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    सड़क के असली हीरो! पहली बार सम्मानित हुए दुर्घटना मुक्त करियर वाले सरकारी बस चालक,38 साल की सुरक्षित ड्राइविंग

    By Jagran NewsEdited By: Ashisha Singh Rajput
    Updated: Tue, 18 Apr 2023 10:53 PM (IST)

    सड़क परिवहन मंत्रालय में सचिव अल्का उपाध्याय ने इन ड्राइवरों को सम्मानित करते हुए कहा कि सड़क सुरक्षा में उल्लेखनीय योगदान देने वाले ये चालक तो पुरस्कार के हकदार हैं ही इनके परिवार के लोग भी हैं जो इन्हें सहारा देते हैं।

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    सम्मानित होने वाले ड्राइवरों में उत्तर प्रदेश के आनंद कुमार भी शामिल हैं।

    नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। 38 साल तक लगातार किसी हादसे के बिना सरकारी बस चलाने वाले कर्नाटक सड़क परिवहन निगम के केदारी तमन्ना बाकरी जैसे लोग वाकई सम्मान और सराहना के हकदार हैं। उन्हें यह सम्मान मंगलवार को मिला भी जब सड़क परिवहन मंत्रालय ने पहली बार हीरोज आफ द रोड के रूप में सरकारी बसों के उन 42 ड्राइवरों को पुरस्कृत किया, जिन्होंने बिना किसी अप्रिय हादसे का शिकार हुए न केवल लाखों-करोड़ों लोगों के जीवन को सुरक्षित बनाया, बल्कि दूसरे वाहन चालकों के लिए भी मिसाल पेश की।

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    35 साल से सुरक्षित तरीके से चला रहे हैं बस

    ऐसे ही एक ड्राइवर हैं तेलंगाना सड़क परिवहन निगम के कांदी रंगारेड्डी जो 35 साल से सुरक्षित तरीके से बस चला रहे हैं। रंगारेड्डी कहते हैं अगर नियमों का पालन करेंगे और यह चिंता करेंगे कि हमारी बस में जो सवारियां बस बैठी हैं, उनका अपना सफर सुरक्षित तरीके से पूरा हो तो ईश्वर भी आपकी मदद करता है। उड़ीसा के अशरफ मोहम्मद ने 34 साल तक अपनी गाड़ी से कोई छोटा-बड़ा एक्सीडेंट नहीं होने दिया।

    वह कहते हैं-जिम्मेदारी की भावना ही इसका आधार है। सड़क परिवहन मंत्रालय में सचिव अल्का उपाध्याय ने इन ड्राइवरों को सम्मानित करते हुए कहा कि सड़क सुरक्षा में उल्लेखनीय योगदान देने वाले ये चालक तो पुरस्कार के हकदार हैं ही, इनके परिवार के लोग भी हैं, जो इन्हें सहारा देते हैं।

    ड्राइवरों में उत्तर प्रदेश के आनंद कुमार भी शामिल

    सम्मानित होने वाले ड्राइवरों में उत्तर प्रदेश के आनंद कुमार भी शामिल हैं। 42 हीरोज की सूची में जिस तरह दक्षिण के राज्यों-तमिलनाडु, आंध्र, कर्नाटक और केरल का दबदबा है, उससे यह संकेत मिलता है कि जिम्मेदार ड्राइविंग के लिहाज से इन राज्यों ने किस तरह गंभीरता दिखानी शुरू की है।

    तमिलनाडु जोखिम वाले राज्यों में शामिल

    गौरतलब है कि दुर्घटनाओं के लिहाज से तमिलनाडु जोखिम वाले राज्यों में शामिल रहा है। मंत्रालय में निदेशक (मोटर वाहन लाइसेंसिंग) परेश गोयल ने समारोह में यह सुझाव दिया कि जिस तरह हर साल मदर्स और फादर्स डे मनाया जाता है, उसी तरह ड्राइवर्स डे भी मनाया जाना चाहिए, जिससे लोगों में सुऱक्षित ड्राइविंग के प्रति जागरूकता उत्पन्न हो।