Auto Driver Deshraj : जानें- क्यों 74 साल की उम्र में ऑटो चला रहे देशराज, घर बेचने को भी मजबूर
देशराज का कहना है कि पहले वो ऑटोरिक्शा चलाकर प्रतिदिन 700-800 रुपये तक कमा लेते थे लेकिन अब कमाई में थोड़ी कमी आई है जिस वजह से वो एक दिन में 300-400 रुपये तक ही कमा पाते हैं।
मुंबई, एजेंसी। पिछले दिनों सोशल मीडिया से सुर्खियां में छाए देशराज जोत सिंह की कहानी काफी दिलचस्प है। उन्होंने खुद सामने आकर अपने जीवन से जुड़ी ऐसी बातें बताई हैं, जिन्हें सुनकर आप भी दंग रह जाएंगे। अपने पोतों और पोती को पढ़ाने और उन्हें एक काबिल इंसान बनाने के लिए देशराज काफी समय से मुंबई में ऑटोरिक्शा चला रहे हैं और अब उनकी उम्र 74 साल है। जिस उम्र में आम तौर पर इंसान आराम करता है, उसमें घर की जिम्मेदारियों ने उन्हें ऑटोरिक्शा चलाने पर मजबूर कर दिया है। मजबूरियों और घर की जिम्मेदारी के चलते जीवन के इस पड़ाव पर भी खून-पसीना बहाकर अपने घरवालों का पेट पाल रहे हैं।
देशराज का कहना है कि पहले वो ऑटोरिक्शा चलाकर प्रतिदिन 700-800 रुपये तक कमा लेते थे, लेकिन अब कमाई में थोड़ी कमी आई है जिस वजह से वो एक दिन में 300-400 रुपये तक ही कमा पाते हैं।
उन्होंने बताया कि साल 1958 में वो मुंबई आए थे, जहां उन्होंने 10वीं तक की पढ़ाई की। इसके बाद 1986 में उन्होंने ऑटोरिक्शा चलाना सीखा। देशराज ने बताया कि उनके दो बेटों की मौत के बाद उन्होंने अपने पोतों और पोती को शिक्षित करने का निर्णय लिया और उनके लिए ऑटोरिक्शा चलाना शुरू कर दिया और अब भी उनके लिए काम कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि उनके एक बेटे ने सुसाइड कर लिया था, जिसके बाद उसकी पत्नी अपने बच्चों की जिम्मेदारी देशराज और उनकी पत्नी पर छोड़कर चली गई थी। देशराज के दो पोते और एक पोती है जो उनकी पत्नी के साथ हिमाचल प्रदेश में रहते हैं। देशराज ने अपनी यह भावुक कहानी सुनाते हुए बताया कि अपनी पोती की पढ़ाई के लिए उन्होंने एक लाख रुपये का अपना घर बेच दिया था। देशराज अपनी पोती को एक शिक्षिका बनाना चाहते हैं और इसलिए वो तीनों बच्चों को पढ़ाई की अहमियत समझाते रहते हैं।