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    'महाभारत का संजय नहीं, जो भविष्य देख सकूं', RBI गवर्नर Sanjay Malhotra ने क्यों कही ऐसी बात?

    रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने रेपो रेट में कटौती का एलान किया है। इससे आपकी लोन की ईएमआई तो कम होगी ही बल्कि बाजार में मनी फ्लो भी बढ़ेगा। रेपो रेट में कटौती के एलान के बाद आरबीआई गवर्नर संजय मल्होत्रा सवालों के जवाब दे रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि महाभारत के संजय नहीं है कि भविष्य में होने वाली चीजों को अभी बता सकें।

    By Digital Desk Edited By: Swaraj Srivastava Updated: Wed, 09 Apr 2025 05:14 PM (IST)
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    रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने आज रेपो रेट में कटौती का एलान किया है (फोटो: पीटीआई)

    पीटीआई, नई दिल्ली। आरबीआई गवर्नर संजय मल्होत्रा ने बुधवार को कहा, 'मैं संजय हूं, लेकिन महाभारत का संजय नहीं, जो भविष्य में ब्याज दरों में होने वाले बदलाव और मौजूदा वैश्विक अनिश्चितताओं के बीच ब्याज दरों में होने वाली कटौती के बारे में भविष्यवाणी कर सके।

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    मल्होत्रा से एक संवाददाता सम्मेलन में पूछा गया था कि क्या ब्याज दरों में आगे और कटौती होगी। बता दें कि महाभारत के अनुसार, संजय को दिव्यदृष्टि प्राप्त थी और उन्होंने अपनी शक्ति का उपयोग करके कुरुक्षेत्र के युद्ध के मैदान में नेत्रहीन राजा धृतराष्ट्र को उनके महल में होने वाली घटनाओं के बारे में बताया था।

    महाभारत का किया जिक्र

    आरबीआई गवर्नर ने कहा कि मौद्रिक नीति और राजकोषीय नीति विकास और मुद्रास्फीति लक्ष्य को पूरा करने के लिए मिलकर काम कर रही है। यह एक संयुक्त प्रयास है। सरकार ने हाल ही में बजट में पूंजीगत व्यय में वृद्धि और कर छूट के संदर्भ में कई उपाय करके अपना काम किया है। इसी के साथ हमने रेपो रेट को कम किया है। जहां तक रेपो रेट में कमी की बात है तो यहां तक कम होगी इस बारे में मैं कुछ नहीं कह सकता हूं।

    उन्होंने कहा, 'मैं संजय हूं, लेकिन मैं महाभारत का संजय नहीं हूं जो इतनी दूर की भविष्यवाणी कर सकूं। मेरे पास उनके जैसी दिव्यदृष्टि नहीं है।' उन्होंने कहा कि हम सरकार के साथ मिलकर अपने देश में विकास और मुद्रास्फीति की गतिशीलता को प्रबंधित करने का प्रयास करेंगे।

    इससे पहले दिन में, मल्होत्रा ने लगातार दूसरी बार रेपो दर में कटौती की घोषणा की और आगे और अधिक ढील देने का संकेत दिया, क्योंकि आरबीआई ने अमेरिकी टैरिफ के आगे के दबाव का सामना करने के लिए अर्थव्यवस्था को मजबूत करने की कोशिश की।

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