'ग्राहकों को केंद्र में रखते हुए नीति बनाए बैंक', RBI गवर्नर संजय मल्होत्रा ने दिए निर्देश
भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर संजय मल्होत्रा ने बैंकों को ग्राहकों को केंद्र में रखकर नीतियां बनाने का निर्देश दिया है। उन्होंने ग्राहक-केंद्रित दृष्टि ...और पढ़ें

आरबीआइ गवर्नर संजय मल्होत्रा। (पीटीआई)
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। आरबीआइ गवर्नर संजय मल्होत्रा ने शुक्रवार को एक बार फिर से सभी बैंक व अन्य वित्तीय संस्थाओं को ग्राहकों की सेवा को प्राथमिकता देने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि सभी बैंक ग्राहकों की सुविधा को केंद्र में रखते हुए अपनी नीति बनाएं। इससे पहले भी आरबीआइ बैंकों को ग्राहकों की शिकायत निपटान पर ध्यान देने के लिए कह चुका है।
शुक्रवार को मौद्रिक नीति कमेटी (एमपीसी) की समीक्षा बैठक के बाद मल्होत्रा ने कहा कि ग्राहकों को ध्यान में रखते हुए दोबारा केवाईसी, आपकी पूंजी, आपका अधिकार जैसे अभियान चलाए गए। वैसे ही आगामी एक जनवरी से ग्राहकों की लंबित शिकायतों के निपटान को लेकर दो महीने तक अभियान चलाया जाएगा।
यह अभियान आगामी 29 फरवरी तक चलेगा। इस अभियान के तहत आरबीआइ ओम्बड्समैन में लंबित शिकायतों का निपटान किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि आरबीआइ के पास बैंकों से संबंधित की गई शिकायतों का निपटान प्राय: समय पर हो जाता है, लेकिन कुछ समय से बड़ी संख्या में बैंकों के खिलाफ आ रही शिकायतों की वजह से लंबित शिकायतों की संख्या काफी बढ़ती जा रही है। अभियान के तहत उनका निपटान किया जाएगा।
एमपीसी की समीक्षा बैठक के बाद गवर्नर ने बताया कि सर्विस सेक्टर के निर्यात में मजबूती की मदद से चालू वित्त वर्ष 2025-26 की दूसरी तिमाही में चालू खाते का घाटा नरमी के साथ जीडीपी का 1.3 प्रतिशत रहा। जबकि पिछले वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में चालू खाते का घाटा जीडीपी का 2.2 प्रतिशत था।
उन्होंने उम्मीद जताई कि सर्विस निर्यात में तेजी और विदेश से भेजी जाने वाली करेंसी में बढ़ोतरी के कारण चालू वित्त वर्ष में चालू खाते के घाटे में नरमी रहेगी।आरबीआइ गवर्नर ने एमपीसी बैठक के बाद कहा कि वैश्विक माहौल के प्रतिकूल और चुनौती भरे होने के बावजूद भारतीय अर्थव्यवस्था ने मजबूती दिखाई है और उच्च विकास दर हासिल की है।

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