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    मूर्ति विसर्जन के दौरान तालाब में डूबने से युवक की मौत, परिजनों ने अस्पताल में किया हंगामा

    Updated: Thu, 02 Oct 2025 04:11 PM (IST)

    राजगढ़ के बाल्दिया गांव में मूर्ति विसर्जन के दौरान 22 वर्षीय बनवारी वर्मा की नेवज नदी में डूबने से दुखद मौत हो गई। घटना के बाद उसे जिला अस्पताल लाया गया जहाँ डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। परिजनों ने डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा किया। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया है।

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    जिला अस्पताल में हंगामा दकरते हुए परिजन व ग्रामीण।

    डिजिटल डेस्क, राजगढ़। राजगढ़ के समीपस्थ ग्राम बाल्दिया में देवीजी की मूर्ति विसर्जन के दौरान नेवज नदी में डूबने से गांव के ही बनवारी पिता रामचंद्र वर्मा 22 वर्ष की मौत हो गई।घटना के बाद जिला अस्पताल लाया गया।जहां डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।अस्पताल में डाक्टरों पर लापरवाही के आरोप लगाते हुए परिजनों ने हंगामा किया है।परिजनों का कहना था कि ठीक से उपचार नहीं किया गया, जिससे मौत हो गई।

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    जानकारी के मुताबिक नवरात्र के समापन के बाद गुरूवार को बनवारी बालदिया में ही नेवज नदी में देवीजी की मूर्तियों का विसर्जन करने के लिए गया था।मूर्ति विसर्जन करने के दौरान बनवारी नदी के गहरे पानी में चला गया। पानी अधिक होने के कारण वह अपने आप को बचा नहीं सका और देखते ही देखते पानी में डूब गया।ग्रामीणों द्वारा उसे नदी से बाहर निकाला।

    सुबह करीब 10 बजे राजगढझ़ कोतवाली को सूचना मिली की बाल्दिया में एक युवक नेवज नदी में मूर्ति विसर्जन के दौरान डूब गया। इसके बाद उसे जिला अस्पताल राजगढ़ लाया गया। जहां डयूटी डाक्टर ने उसका परिक्षण किया। जांच के बाद बनवारी को मृत घोषित कर दिया।घटना के बाद चिकित्सकों ने शव का पीएम किया।

    लापरवाही के आरोप लगाकार किया हंगामा

    जिला अस्पताल में जैसे ही युवक को मृत घोषित किया गया तो परिजनों व ग्रामीणों ने अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही के आरोप लगाए। उनका कहना था कि युवक प्रोपर तरीके से उपचार नहीं किया गया। समय पर सही उपचार किया गया होता तो आज बनवारी उनके बीच में होता।लेकिन उपचार नहीं मिलने के कारण उसकी मौत हो गई।

    परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही के आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया। हालांकि उधर अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि युवक की मौत अस्पताल लाने के पहले ही हो चुकी थी। इसलिए आरोप बे बुनियाद है। सिविल सर्जन डा.नितिन पटेल ने बताया कि युवक की मौत अस्पताल आने के पहले ही हो चुकी थी।

    युवक सुबह के समय मूर्ति विसर्जन के दौरान डूबा था।परिजन उसको लेकर अस्पताल आए थे। डाक्टरों की जांच में स्पष्ट हुआ है कि उसकी मौत वहीं पर हो गई थी। पीएम के बाद शव परिजनों को सुपुर्द कर दिया है। अखिलेश वर्मा, टीआइ राजगढ़।