SIR: राजस्थान में मुख्यमंत्री भजनलाल की विधानसभा से 61 हजार से अधिक मतदाताओं के नाम कटे
राजस्थान में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की विधानसभा क्षेत्र से 61 हजार से अधिक मतदाताओं के नाम काटे गए हैं। यह मामला मतदाता सूची में अनियमितताओं को उजाग ...और पढ़ें

मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा। (फाइल)
जागरण संवाददाता, जयपुर : राजस्थान में विशेष गहन मतदाता पुनरीक्षण (एसआइआर) की ड्राफ्ट सूची में 41 लाख 85 हजार मतदाताओं के नाम काटे गए हैं। अब प्रदेश में मतदाताओं की संख्या पांच करोड़ चार लाख रह गई है। सबसे अधिक नाम जयपुर जिले में काटे गए हैं। जयपुर के 17 विधानसभा क्षेत्रों में पांच लाख 36 हजार से ज्यादा मतदाताओं के नाम ड्राफ्ट मतदाता सूची से काटे गए हैं। इनमें मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के निर्वाचन क्षेत्र सांगानेर में 61 हजार 674 मतदाताओं के नाम हटे हैं।
जयपुर जिले में ही अल्पसंख्यक बहुल आदर्श नगर विधानसभा क्षेत्र में 46 हजार 22 और हवामहल में 88 हजार 709 वोट हटे हैं। इन दोनों विधानसभा क्षेत्रों में भाजपा के विधायक हैं। राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवीन महाजन ने बताया कि जिन मतदाताओं के नाम हटाए गए हैं, उन्हें अब कोई नोटिस नहीं दिया जाएगा।
यदि किसी को आपत्ति है तो वे सक्षम अधिकारी के स्तर पर दस्तावेज प्रस्तुत कर दावा कर सकते हैं। उपखंड अधिकारी और तहसीलदार सुनवाई करेंगे। इसके बाद जिला कलेक्टर अथवा मुख्य निर्वाचन अधिकारी के समक्ष अपील की जा सकेगी।
उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी के विधानसभा क्षेत्र विधाधर नगर में 75 हजार 424 एवं प्रेमचंद बैरवा के निर्वाचन क्षेत्र दूदू में 13 हजार 938 वोट हटे हैं। जोधपुर जिले में स्थित पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के विधानसभा क्षेत्र सरदारपुरा में 56 हजार 809 मतदाताओं के फॉर्म नहीं आने के कारण इन्हें ड्राफ्ट रोल से हटाया गया है। वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के निर्वाचन क्षेत्र झालारापाटन में 26 हजार नाम हटे हैं।
कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के निर्वाचन क्षेत्र लक्ष्मणगढ़ में 16 हजार 804 नाम हटे हैं। कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष डोटासरा ने जिला अध्यक्षों एवं प्रभारियों को निर्देश दिए हैं कि जिन लोगों के नाम हटाए गए हैं, उनके बारे में जानकारी एकत्रित कर बीएलओ से संपर्क करें। इसके बाद उपखंड अधिकारी के समक्ष आवश्यक दस्तावेज प्रस्तुत कर आपत्ति दर्ज करवाएं।
भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ ने जिला अध्यक्षों को अंतिम मतदाता सूची के प्रकाशन तक पूरी कार्रवाई पर निगरानी रखने के निर्देश दिए हैं। उल्लेखनीय है कि प्रदेश की दो सौ में से 199 में एसआइआर का काम पूरा हुआ है।

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