राजस्थान में हिंदुत्व के एजेंडे पर सरकार, बच्चे अब पढ़ेंगे 'गाय की महिमा'
राजस्थान सरकार ने अपने यहां के सरकारी स्कूलों के सिलेबस में कई बड़े बदलाव किए हैं। हिंदुत्व के एजेंडे के तहत किए गए इन बदलावों के तहत अब कई नए चैप्टर किताबों में पढ़ाए जाएंगे।
जयपुर। राजस्थान में सत्ता परिवर्तन के साथ ही भाजपा ने अपने हिंदुत्व के एजेंडे पर भी काम लगभग पूरा कर लिया है। इसके तहत राज्य सरकार ने सबसे पहले छोटी क्लास के सिलेबस में कई बड़े बदलाव किए हैं। बदलाव के तहत अब राजस्थान के सरकारी स्कूूलों मेंं बच्चे गीता के ज्ञान के साथ-साथ गाय की महिमा का भी पाठ पढ़ेंगे। गाय की महिमा को बच्चों को बताने के लिए इसमें कहा गया यदि गाय को अपनी माता मानेंगे तो यह आपके जीवन को सुख और शांति से भर देगी। वहीं आपके जीवन में धन की भी वर्षा करेगी। गाय के विषय पर यह पाठ अब राज्य के पांचवी क्लास के बच्चे पढ़ सकेंगे। इसके अलावा पांचवी की हिंदी की किताब में भी 'दृढ़ निश्चयी सरदार' के नाम से पटेल पर चैप्टर भी जोड़ा गया है। स्वच्छता अभियान को भी पाठ्यक्रमों में खास जगह दी गई है।
प्रदेश की भाजपा सरकार ने काफी बदलाव के साथ आखिरकार स्कूली पाठ्यक्रम तैयार कर लिया है। किताबों का वितरण एक सप्ताह में स्कूलों में शुरू हो जाएगा। किताबों में 'प्रताप महान 'और 'चाणक्य द ग्रेट ' के अलावा सरकार पटेल पर भी नया चैप्टर लाया गया है। पहली से आठवीं तक के किताबों में बदलाव के लिए राजस्थान की वसुंधरा राजे सरकार ने सत्ता में आते ही कमेटी गठित कर दी थी। उसकी की देखरेख में यह नया सिलेबस तैयार हुआ है और किताबें छपी है।
राजस्थान सरकार के शिक्षा मंत्री वासुदेव देवनानी के मुताबिक, अकबर महान की जगह 'महान महाराणा प्रताप ' और 'चाणक्य द ग्रेट ' जैसे चैप्टर लागू किए गए हैं। आठवीं की संस्कृत की किताबों में 'धेनु महिला ' नाम से गाय पर विशेष रुप से नया चैप्टर शुरू किया गया है। इसमें गाय का महत्व बताया गया है। गाय से इंसान को क्या-क्या फायदे हो सकते हैं। चैप्टर में ये बताया गया है। इसके साथ ही इसी किताब में 'गीताअमृतम ' पाठ में भगवत गीता के बारे में बताया गया और उसके 10 श्लोक दिए गए हैं।
वहीं छठी क्लास की अंग्रेजी की किताब में महाराणा प्रताप पर पाठ देते हुए उन्हें 'ग्रेट किंग ऑफ मेवाड़ ' बताया गया है। इसमें बताया गया है कि किस तरह से पराक्रमी महाराणा ने मुगलों की सेना बिखेर दी थी। आठवीं कक्षा के इतिहास में अब तक पहला पाठ यूरोप के इतिहास से जुड़ा था, जिसके स्थान पर राजस्थान की वीरांगना हाड़ा रानी के ऊपर पाठ 'द ब्रेव लैडी ऑफ राजस्थान ' और 'चाणक्य द ग्रेट ' का पाठ शुरू किया गया है। आठवीं की इतिहास की किताब में पहली बार सरदार पटेल की आजादी के आंदोलन में योगदान का सचित्र जानकारी दी गई है। छठी की किताब में स्वच्छ भारत मिशन का लोगो देकर 'क्लीन इंडिया आवर रूल ' चैप्टर जोड़ा गया हैं। संस्कृत कि किताब 'स्वच्छता भारत ' में लिखा है कि यह हमारे प्रधानमंत्री का चमत्कार है कि हर कोई स्वच्छता अभियान में लगा हुआ है।
उल्लेखनीय है कि राजस्थान के नए पाठ्यक्रम में छठी से आठवीं कक्षा तक की इतिहास की सभी किताबों से नेहरु का नाम हटाए जाने को लेकर भी कांगे्रस पिछले कई दिनों से सरकार की खींचाई कर रही है। वहीं शिक्षा राज्यमंत्री वासुदेव देवनानी का कहना है कि किताबों में सभी को महत्व मिला किसी को कम किसी को अधिक।
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