Move to Jagran APP

राजस्थान: हल्दीघाटी युद्ध के विजेता महाराणा प्रताप, पाठ्यक्रम में होगा शामिल

नए शोध के आधार पर पाठ्यक्रम में बदलाव करते हुए राजस्‍थान के सरकारी स्‍कूलों में अब हल्‍दीघाटी युद्ध का विजेता महाराणा प्रताप को बताया जाएगा।

By Monika minalEdited By: Published: Wed, 26 Jul 2017 11:19 AM (IST)Updated: Wed, 26 Jul 2017 11:19 AM (IST)
राजस्थान: हल्दीघाटी युद्ध के विजेता महाराणा प्रताप, पाठ्यक्रम में होगा शामिल
राजस्थान: हल्दीघाटी युद्ध के विजेता महाराणा प्रताप, पाठ्यक्रम में होगा शामिल

जयपुर (नरेन्द्र शर्मा)। राजस्थान के सरकारी स्कूलों में अब हल्दीघाटी का नया इतिहास पढ़ाया जाएगा। राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की 10वीं कक्षा के सामान्य विज्ञान विषय की किताब में अब महाराणा प्रताप को हल्दीघाटी युद्ध का विजेता बताया जाएगा। अब तक इतिहास में इस युद्ध को बेनतीजा बताया जाता रहा है।

loksabha election banner

शिक्षामंत्री वासुदेव देवनानी ने अकबर महान के स्थान पर महाराणा प्रताप को महान बताने के लिए पाठ्यक्रम में बदलाव की बात कही थी। इसी के तहत पहले स्कूली शिक्षा से 'अकबर महान' का अध्याय हटाया गया था और अब 10वीं कक्षा के नए पाठ्क्रम में जो नया इतिहास जो़ड़ा जा रहा है उसके मुताबिक 'हल्दीघाटी युद्ध में महाराणा प्रताप जीते थे और अकबर की सेना हार कर भाग गई थी'। नए अध्याय के मुताबिक महाराणा प्रताप अपनी मातृभूमि मेवाड़ की रक्षा के लिए पूरी ताकत से ल़़ड़े थे और उनकी सेना ने अकबर की सेना को खदेड़ दिया था। शिक्षामंत्री वासुदेव देवनानी का कहना है कि अब तक इतिहास सही ढंग से नहीं पढ़ाया जा रहा था, अब इसे सही किया जा रहा है।

देवनानी का तर्क है कि यदि अकबर हल्दीघाटी का युद्ध जीतता तो फिर छह बार मेवाड़ पर हमले क्यों करता। हर बार पराजित होने के कारण ही वह बार-बार हमले कर रहा था। उल्लेखनीय है कि उदयपुर स्थित मीरा ग‌र्ल्स कॉलेज के प्रो. चंद्रशेखर शर्मा द्वारा किए गए शोध के मुताबिक ही प्रदेश का शिक्षा विभाग बच्चों को पढ़ाए जाने वाले इतिहास में बदलाव कर रहा है। शोध के अनुसार 1576 में हल्दीघाटी की लड़ाई में महाराणा प्रताप ने अकबर को हराया था। शर्मा ने अपने रिसर्च में प्रताप की जीत के पक्ष में ताम्र पत्रों के प्रमाण जनार्दनराय नागर विद्यापीठ यूनिवर्सिटी में जमा कराए हैं। शर्मा के रिसर्च के अनुसार युद्ध के बाद अगले एक वर्ष तक महाराणा प्रताप ने हल्दीघाटी के आसपास के गांवों की जमीनों के आवंटन पत्र ताम्र पत्र के रूप में लोगों को बांटे थे। शर्मा के शोध के अनुसार युद्ध में हार के बाद मुगल सेना के सेनापति मानसिंह और आसिफ खां से अकबर काफी नाराज था और इन्हें छह माह तक दरबार में नहीं आने की सजा सुनाई थी। शर्मा का तर्क है कि यदि अकबर युद्ध जीतता तो अपने सेनापतियों को सजा क्यों सुनाता।

यह भी पढ़ें: अब पढ़ाएंगे, महाराणा प्रताप ने जीता था हल्दीघाटी का युद्ध


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.